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झारखंड के तसर की चमक से इस बार कर्तव्य पर चमकेगी झांकी, 26 जनवरी के लिए ये है तैयारी

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द फॉलोअप डेस्कः
गणतंत्र दिवस 2024 के अवसर पर दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय कार्यक्रम में झारखंड समेत 16 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की झांकियों का चयन हुआ है। गणतंत्र दिवस पर होने वाले राष्ट्रीय कार्यक्रम के लिए झारखंड ने भी पूरी तैयारी कर ली है। इस वर्ष झारखंड की झांकी में दुमका में उत्पादित विश्व स्तरीय गुणवत्ता वाले सिल्क के उत्पादन से संबंधित झांकी प्रदर्शित की जाएगी। कर्तव्य पथ पर झारखंड की झांकी में राज्य में होने वाले तसर उत्पादन को दर्शाया जाएगा। 


सोहराय पेंटिग से सजाया गया
बता दें कि इस इस बार की झांकी का थीम है 'झारखंड का तसर'। मंगलवार को सभी झांकियों का रिहर्सल हुआ। झारखंड की झांकी बेहद ही आकर्षक है। इसे सोहराय और कोहबर पेंटिंग से सजाया गया है। झांकी में झारखंड की जनजातीय शक्ति के बारे में दर्शाया जाएगा। इस बार झारखंड की झांकी का प्रारूप राज्य में तसर उत्पादन है।


कई देशों में निर्यात होत है तसर 
बता दें कि झारखंड तसर उत्पादन में अग्रणी राज्य है। पूरे देस की 62 फीसदी तसर का उत्पादन झारखंड में होता है। यहां का मयूराक्षी ब्रांड पूरे विश्व में विख्यात है। विश्व के कई देशों में यहां का तसर सिल्क निर्यात होता है। राज्य में जनजातीय समुदाय के लगभग एक लाख पचास हजार लोग तसर से अपनी आजीविका चलाते हैं। इस रोजगार में अधिकांश जनजातीय महिलाएं शामिल हैं। हर साल झारखंड से औसतन करीब 20 हजार पांच सौ मीट्रिक टन तसर का उत्पादन होता है।