द फॉलोअप डेस्क
झारखंड सरकार 5 संगठनों की निगरानी कर रही है। इनमें क्रांतिकारी किसान कमिटी, झारखंड जनअधिकार महासभा,झारखंड जन संघर्ष मोर्चा,विस्थापन विद्रोही जन विकास आंदोलन,झारखंड क्रांतिकारी मजदूर यूनियन,केंद्रीय जन संघर्ष समिति शामिल हैं। दरअसल इनका नक्सल से कनेक्शन होने का सरकार को शक है। सरकार को शक है कि ऐसी संस्थाए गुप्त रूप से उग्रवादियों का समर्थन कर रही हैं और उग्रवाद उन्मूलन अथवा विकास में बाधा बन रही है। इसलिए इनपर नजर रखी जा रही है। वहीं इनके वरिष्ठ नेताओं के बारे में भी जानकारी इकट्ठा की जा रही है।
इन इलाकों में है कार्यक्षेत्र
जिन पांच संगठनों के नाम की चर्चा की गई है। उन संगठनों का कार्यक्षेत्र नक्सल प्रभावित इलाके में है। ऐसी में उनपर सरकार को शक है। बता दें कि केंद्रीय जन संघर्ष समिति का कार्य क्षेत्र गुमला व लातेहार जिला में है। झारखंड क्रांतिकारी मजदूर यूनियन का कार्यक्षेत्र बोकारो, धनबाद, पूर्वी व पश्चिम सिंहभूम आदि जिले है. विस्थापन विरोधी जन विकास आंदोलन का पूर्वी सिंहभूम, गिरिडीह व बोकारो है। झारखंड जन संघर्ष मोर्चा का कार्य क्षेत्र बोकारो और झारखंड जन अधिकार महासभा का कार्यक्षेत्र संपूर्ण झारखंड है।
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