द फॉलोअप डेस्कः
झारखंड के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के साथ ही अब सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़नेवाले बच्चों को भी पोशाक और स्कूल बैग समेत अन्य योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। सीएम हेमंत के निर्देश पर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार किया है। यह प्रस्ताव जल्द ही विभागीय मंत्री को भेजा जायेगा। उनकी सहमति के बाद इसे वित्त विभाग और उसके बाद कैबिनेट को भेजा जायेगा।
अब तक सिर्फ किताबें मिलती हैं
जानकारी के मुताबिक राज्य के सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में लगभग 2.50 लाख बच्चे नामांकित हैं। अब तक इन बच्चों को सिर्फ किताबें मिलती थी। जबकि, इस फैसले को मंजूरी मिलते ही बच्चों को स्कूल किट के साथ पोशाक और स्कूल बैग भी मिलेंगे। स्कूल किट में बच्चों को कॉपी और पेंसिल मिलती है। वहीं, पोशाक में बच्चों को दो सेट पोशाक, स्वेटर, जूते और मोजे दिये जाते हैं। इसके लिए सरकार बच्चों के बैंक खातों में राशि भेजती है।
जिलों से ली जायेगी रिपोर्ट
फिलहाल, ‘ई-विद्यावाहिनी’ पोर्टल पर स्कूलों द्वारा दी गयी बच्चों की जानकारी के आधार पर शिक्षा विभाग ने रिपोर्ट तैयार की है। इसके अनुसार, स्कूलों में लगभग 2.5 लाख बच्चे नामांकित हैं। बच्चों की संख्या की जानकारी जिलों से भी ली जायेगी। इसके आधार योजना के लिए राशि की मांग की जायेगी। पहली से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों को पोशाक के लिए “600 दिये जाते हैं। जबकि छठी से आठवीं कक्षा तक के बच्चों को पोशाक के लिए “600 के अलावा जूते और मोजे के लिए अलग से “160 दिये जाते हैं।
राज्य सरकार देगी योजना की पूरी राशि
‘समग्र शिक्षा अभियान’ के तहत सरकारी स्कूलों में आठवीं कक्षा तक की सभी वर्ग की छात्राओं और अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों की पोशाक के लिए 60 फीसदी राशि केंद्र सरकार व 40 फीसदी राशि राज्य सरकार देती है। वहीं, अन्य सभी बच्चों की पोशाक की राशि राज्य सरकार की ओर से दी जाती है। नौवीं से 12वीं कक्षा तक के बच्चों को पोशाक राज्य सरकार द्वारा दी जाती है। सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल के बच्चों के लिए पूरी राशि राज्य सरकार ही देगी।