द फॉलोअप डेस्क
मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान राशि की चौथी किश्त सोमवार को सभी महिलाओं के खातों में चली गई है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बताया कि चुनाव प्रचार के दौरान स्वयं सहायता समूह की महिलाएं उन्हें धन्यवाद देने आयी हुई थी। साथ ही उन्होंने हेमंत सोरेन से कहा कि स्वयं सहायता समूह की महिलाएं चुनाव पर चर्चा करने के लिए बैठक रखना चाहती थी। साथ ही प्रभात फेरी निकाल के लोगों से वोट देने की अपील करना चाहती थी। लेकिन चुनाव आयोग ने JSLPS से जुड़ी किसी भी महिला को मतदाता जागरूकता के काम में शामिल नहीं करने का निर्देश दिया है।
इस पर मुख्यमंत्री ने चुनाव आयोग पर तंज करते हुए कहा कि आखिर किन - किन को चुनाव आयोग रोकेंगे। जिन - जिन के लिए हेमंत सरकार ने काम किया है उनको रोक देंगे।
हेमंत सोरेन ने कहा कि महिलाएं हम पर भरोसा करती हैं क्योंकि
आगे उन्होंने कहा, ''बीजेपी एवं उसकी एजेंसियों को समझना होगा की महिलाएं अपने इरादों की पक्की होती हैं, उनसे ज्यादा न तो कोई कष्ट सह सकता है और न ही कोई प्यार कर सकता है। जन्म देने समय का दर्द सहने वाली एवं बच्चे को लाड़ - प्यार से बड़ा करने वाली महिलाएं हैं। इनके त्याग, इनके समर्पण, इनके प्रेम को मेरा प्रणाम। जिसे अपना मान लेती हैं उसके लिए पूरा जीवन कुर्बान कर देती हैं और इस बार झारखंड की बहन, बेटी, मां, चाची, दादी अपने उस बेटे के साथ खड़ी है जो इन्हें अपना मान कर इनके लिए काम किया है। जेल में तुम डाल सकते हो, नारी शक्ति को चुनाव कार्य से दूर रख सकते हो लेकिन वोट देने से कैसे रोकोगे?''
साथियों,
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) November 12, 2024
मंईयां सम्मान की चौथी किश्त कल सभी बहनों के खातों में चली गई है।
चुनाव प्रचार के दौरान मुझसे मिल कर धन्यवाद देने के लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाएं आयी हुई थी। कहने लगी की हमारे संकुल को 87 लाख रुपया मिला है, और सभी महिलाओं को मंईयां सम्मान की राशि मिल रहा है। इससे… pic.twitter.com/3CD5olfuwR