द फॉलोअप डेस्क
रामगढ़ उपचुनाव के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां अपने अपना प्रचार प्रसार जोरों शोरों से कर रही है। इसी बीच कांग्रेस के प्रत्याशी बजरंग महतो का समर्थन करने आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद रामगढ़ के चितरपुर पहुंचे। सीएम की सभा चितरपुर के रकुवा में हुई। इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भारतीय जनता पार्टी और आजसू को जमकर घेरा है। इस उपचुनाव में रामगढ़ की जनता को निर्णय करना है। जनबल जीतेगा, विपक्ष का धनबल हारेगा। उन्होंने रामगढ़ की पूर्व विधायक ममता देवी और उनके बच्चे के बारे में कहा कि ममता देवी को फंसा कर जेल में डाल दिया गया है। एक दूध पीते बच्चे से उसकी मां को छीन करके जेल में डाल दिया। जिस बच्चे को आज अपनी मां की छाती से चिपका होना चाहिए उसकी मां को जेल में डाल दिया। बच्चा बिलख-बिलख कर घर में पड़ा हुआ है। यह स्थिति है आज इसलिए है क्योंकि ममता देवी सरकार का हिस्सा है। लेकिन आजकल लोगों ने आवाज को तरीका से पैसे का लालच देकर झूठा गवाही देकर झूठा गवाह खड़ा करके उसको जेल में डाल दिया। यह चुनाव आ गया।
जनता की अदालत सबसे बड़ी अदालत
सीएम ने आगे कहा कि आजसू-भाजपा के लोगों के मन में कोई संवेदना नहीं है। एक मासूम बच्चे से उसकी मां को छीनकर इन्होंने जेल में डलवा दिया। यह झारखंडी विरोधी लोग हैं। यह नहीं चाहते गरीब का प्रतिनिधि उन्हें हक-अधिकार दिलवाए। विगत 20 साल में आजसू-भाजपा के लोगों ने कभी भी राज्य के लाखों जरूरतमंदों को पेंशन, राशन, आदि का सम्मान नहीं दिया। आज रामगढ़ में लाखों लोगों को हक-अधिकार मिला है, उसमें ममता देवी ने अभूतपूर्व योगदान दिया। ममता देवी जी ने जितना पेंशन, राशन दिलवाया, विपक्ष 20 साल तक नहीं दिलवा सका। आज ममता जी के संघर्ष को न्याय देने के लिए यहां उपचुनाव लड़ा जा रहा है। ममता देवी को न्याय दिलाने के लिए आज हम जनता की अदालत में खड़े हैं। जनता की अदालत सबसे बड़ी अदालत होती है। जनता ही देश का प्रधानमंत्री चुनता है, मुख्यमंत्री चुनता है, विधायक और सांसद चुनता है। इस उपचुनाव में रामगढ़ की जनता को निर्णय करना है। जनबल जीतेगा, विपक्ष का धनबल हारेगा।
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हमारी सरकार बनी ओबीसी आरक्षणके लिए विधानसभा से विधेयक पारित कराया
आजसू-भाजपा के लोगों ने ही ओबीसी आरक्षण को घटाकर 14% कर दिया था। हमारी सरकार बनी तो उसे पुनः 27% करने के लिए विधानसभा से विधेयक पारित कराया। फूट डालो राज करो की नीति पर विपक्ष के लोग काम करते हैं। इन्होंने 20 वर्ष राज्य को सिर्फ घाव दिया। हम उस घाव को भरने का काम कर रहे हैं। मने यहां पर मदरसा बोर्ड का गठन किया पारा शिक्षकों की बहाली यह लो फूट डालो और राज करो की राजनीति करते हैं हिंदू मुस्लिम के नाम पर यह लोग वोट लेते हैं और पैसा भी देते हैं। आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राज्य आपका क्यों नहीं हुआ 20 सालों में। राज्य अलग करके तो दिशोम गुरु ने दे दिया। क्या शिबू सोरेन सरकार चलाते थे कि हेमंत सोरेन सरकार चलाता था। 30 साल, 40 साल में ना जाने कितने लोग विनोद महतो से लेकर निर्मल महतो से लेकर कई लोग इस राज्य को लेकर शहीद हुए। 30 साल 40 साल के बाद जब राज्य अलग हुआ लेकिन राज्य बनने के बाद उन लोगों को मिल गया जो इस राज्य का विरोधी था, घोर विरोधी था। और अब घोर विरोधियों के साथ आजसू जाकर चिपक गया और अपने आपको अलग राज्य आंदोलनकारी कहता है। यह लोग एन केन प्रकारेण सत्ता का सुख भोगने के लिए एमएलए बनना चाहता है। सरकार को ब्लैकमेल करने का काम करता है। यहां का कोयला का काम सबसे अधिक कौन करता है। यहां पर सड़क रोड का ठेका सबसे अधिक कौन लेता। आप पता करेंगे तो पता चलेगा। यहां का जो हमारे आजसू के लोग हैं वह करते हैं। ये लोग रोड, कोयला ठेका लेते हैं।
लाखों लोगों का राशन कार्ड रद्द करवा दिया
इन बेईमानों ने 11 लाख गरीब किसानों का राशन कार्ड से नाम हटा दिया। हमारी सरकार बनी तो 20 लाख राशन कार्ड लोगों के बीच बनाकर पहुंचाया। हमारे साथ केंद्र सरकार सौतेला व्यवहार करती है। सरकार बनने के दूसरे दिन से ही हमने 20 लाख राशन कार्ड बनाकर बांटना शुरू कर दिया और केंद्र सरकार से कहा कि हमें राशन दो। हम आप से खरीद कर गरीबों को राशन देंगे। पैसा जमा करने के बाद भी हमें राशन नहीं मिला। हमें खुले बाजार से खरीद कर गरीबों को राशन देना पड़ रहा है। वह भी समय पर नहीं मिलता है। कभी 3 महीना, कभी 4 महीना आगे-पीछे अनाज मिलता है। गरीबों को लगता है कि हम अनाज नहीं बांट रहे हैं। यह हमारी सरकार को बदनाम करने की साजिश है। समय पर कोई चीज नहीं मिलता है। हम निर्णय लिए हैं कि भारत सरका से राशन नहीं खरीदेंगे। क्या पिछड़ा और आदिवासी का आरक्षण को काटने के लिए वोट दोगे क्या। इस राज्य में जो 1932 की बात करेगा वही झारखंड में राज करेगा। ये लोग ऐसा दलाल है कि इसको किसी से लेना देना नहीं है इनको पूंजीपतियों से लेना देना है। पहले 450 में सिलेंडर मिलता था अब हजार रुपये में मिलता है। महंगाई आसमान छू रही है। पहले किरासन तेल कितना सस्ता था अब 100 रुपये में मिलता है। प्लेटफॉर्म टिकट अब 50 रुपये में मिलता है जो कभी 2 रुपये में मिलता था। सब में टैक्स लग गया। वो दिन दूर नहीं जब ये लोग खेत पर भी टैक्स लगा देंगे। धोती लूंगी साड़ी सब में तय लगता है। लेकिन हमने गरीबों को धोती,साड़ी लूंगी देने का काम किया है।
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हमारी नीति को यूपी बिहार के लोगों ने हाईकोर्ट में चुनौती
मुख्यमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम शुरू किया है। आप कोई भी काम करना चाहते हैं उसके लिए सरकार आपको आर्थिक रूप से सहयोग करेगी। आप सरकार से 1 लाख लिजिए आपको एक रुपये भी टैक्स नहीं लगेगा। यहां के आदिवासियों को नौकरी मिले इसलिए हम 1932 के आधार पर नियोजन नीति लाए थे। लेकिन हमारे उस नीति को यूपी बिहार के लोग हाईकोर्ट में चुनौती देता है। कानून हम झारखंड के लिए बनाते हैं और पेट दर्द होता है यूपी बिहार के लोगों में। इन यूपी बिहार वालों के लिए यही आजसू वाला लोग खोल देता है। हम कानून बनाते हैं तो असंवैधानिक होता है औऱ ये लोग कर्नाटक में यही कानून बनाता है तो वो संवैधानिक होता है। जब राजनीतिक रूप से नहीं लड़ पाते तो एजेंसी को हमारे पीछे लगा देते हैं। हम पूंजीपतियों का प्रतिनिधि नहीं है। हम आदिवासी, गरीब, पिछड़ा अल्पसंख्यक का नेता हैं। हमारे यहां तुमको मिलेगा क्या। आजसू जैसा लोगों के कारण हमलोगों को इतना संघर्ष करना पड़ा। अब कंपनियों के बाहर शिविर लगेगा और यह अवलोकन किया जाएगा कि कौन बाहर का है कौन यहां का। किसान पशु पालता है वो योजना हम चला रहे हैं। बागवानी योजना चला रहे हैं। कई योजना का लाभ किसान ले सकते हैं। इन बेईमानों की वजह से इस राज्य का किस्मत खराब हो गया है। हम अपनी उपलब्धि गिनाने लगेंगे तो 2 दिन कम पड़ जाएगा।
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