द फॉलोअप डेस्कः
जामताड़ा जिले में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। जनवरी और फरवरी माह में अब तक 28 लोग आवारा कुत्तों के हमले में घायल हो चुके हैं, जिनका इलाज सदर अस्पताल में किया गया। बढ़ती घटनाओं को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बरतते हुए सभी सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में एंटी-रेबीज वैक्सीन उपलब्ध कराई है। प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में कुत्ते के काटने से बचाव के लिए आवश्यक टीके की व्यवस्था की गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि कुत्ते के काटने की स्थिति में तुरंत अस्पताल पहुंचकर टीका लगवाएं। स्थानीय नागरिकों ने नगर निगम और प्रशासन से आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या पर नियंत्रण के लिए उचित कदम उठाने की मांग की है। प्रशासन का कहना है कि कुत्तों की नसबंदी और पुनर्वास की योजना पर काम किया जा रहा है। साथ ही, पशुपालन विभाग को भी आवश्यक निर्देश दिए गए हैं ताकि इस समस्या को जल्द से जल्द नियंत्रित किया जा सके।
नगर पंचायत जामताड़ा और नगर परिषद मिहिजाम से जनवरी माह में 11 लोगों ने सदर अस्पताल में कुत्ते के काटने पर इलाज करवाया है। वहीं नगर पंचायत एवं पशुपालन विभाग के संयुक्त रूप से आवारा कुत्तों की नसबंदी करने का अभियान चलाया जा रहा है। सिविल सर्जन आनंद मोहन सोरेन ने बताया कि सभी पीएचसी, सीएचसी एवं आयुष्मान आरोग्य मंदिर अस्पताल में कुत्ता से घायल हुए मरीजों के इलाज की सभी व्यवस्था है। एंटी रैबीज के दिए जाने वाले टीके की व्यवस्था कराई गई है।