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रांची : 1932 पर तेजस्वी ने कहा मुझे इसकी जानकारी नहीं, हेमंत सोरेन से मिलने के बाद कहा झामुमो और राजद मिलकर लड़ेगा 2024 का लोकसभा का चुनाव

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द फॉलोअप डेस्क, रांची

देश में होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर क्या झारखंड में कुछ बदलाव हो सकता है। गठबंधन की सरकार में क्या गांठ ढीली पड़ सकती है। हाल के दिने में हेमंत सोरेन के बयान को लेकर भी इस पर राज्य में चर्चा गर्म है। इस चर्चा को हवा और आज उस वक्त मिल गया, जब तेजस्वी यादव ने सीएम हेमंत सोरेन से मिलने के बाद कहा कि राजद और जेएमएम 2024 का लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ेगा। इस बयान में कांग्रेस का जिक्र ना होना कई सवाल खड़े करता है। इस बयान के कई मायने निकाले जा रहें हैं। तेजस्वी यादव ने साफ कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार की भी चाह है कि जिस राज्य में क्षेत्रीय दल मजबूत है उन्हे साथ मिलकर लड़ना चाहिए। जीत का पैमाना ही सीट शेयरिंग का रास्ता बने।1932 पर कहा मुझे नहीं है जानकारी

सीएम हेमंत सोरेन और बिहार के डिप्टी सीएम की मुलकात इस मायने में भी खास है कि मुख्यमंत्री हेमंत ने आज से हीं युवाओं से नियोजन नीति पर उनकी राय मांगी है। वो अपने अधिक्तर भाषणों में ये पूरे दम के साथ कहतें हैं कि हम नौकारी झारखंडियों को देंगे और झारखंडी की पहचान 1932 का खतियान है। तेजस्वी की यह मुलाकात ऐसे वक्त में हुआ है, जब पूरे राज्य में नियोजन नीति को लेकर युवा आंदोलित हैं। अब झारखंड में जमीन तलाशने आये तेजस्वी इसपर अपनी क्या राय देते हैं ये जानना दिलचस्प होगा। हालांकि खतियान और नियोजन के सवाल पर उन्होने कहा कि इसकी जानकारी नहीं है। नियुक्ति नीति के साथ वैसे तमाम मुद्दे जो अबतक हल नहीं हो पाए हैं क्या उसपर तेजस्वी अपनी राय रखेंगे।क्या लैटेगा पुराना दिन

लालू यादव के छोटे बेटे बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव दो दिवसीय दौरे पर रांची में हैं। दोपहर में बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद तेजस्वी सीधे मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गर्मजोशी से तेजस्वी का स्वागत किया। काफी देर तक चली मुलाकात के बाद जब तेजस्वी निकलने लगे तो सीएम हेमंत भी उन्हें छोड़ने गाड़ी तक साथ आये। तेजस्वी का यह दौरा आगामी होने वाले चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है। लोकसभा चुनाव के साथ-साथ झारखंड में विधानसभा का चुनाव भी 2024 में ही होना है। फिलहाल बिहार के साथ झारखंड में भी तेजस्वी की पार्टी राजद सरकार का हिस्सा है। तेजस्वी झारखंड में राजद के इस आंकड़े को बढ़ाना चाहते हैं। इसके पहले भी वह जब नेता प्रतिपक्ष थे, झारखंड का दौरा कर रहे थे। लालू यादव की खराब तबियत की वजह से इनका दौरा नहीं हो पा रहा था। अब यह दुबारा शुरू हो गया है। तेजस्वी के दौरे से झारखंड राजद के नेताओं में उत्साह है। पार्टी नेताओं को यकीन है कि तेजस्वी के दौरे से संगठन मजबूत होगा और राजद के पुराने दिन झारखंड में वापस होंगे। दो दिवसीय दौरे के तहत कल 12 फरवरी को तेजस्वी पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे। इस दौरान वह संगठन को मजबूत करने का गुरुमंत्र देंगे।