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शिक्षक संघ ने जैक से की मांग, मैट्रिक की कॉपी का मूल्यांकन के लिए प्रतिदिन 70 की जगह 50 की जाए

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द फॉलोअप डेस्क

झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा कराए गए मैट्रिक की परीक्षा 3 अप्रैल को समाप्त हो गई है। परीक्षा की सामप्ति के बाद 23 अप्रैल से कॉपी की जांच शुरू कर दी गई है। इसके लिए राज्य के 19 जिलों में 66 केंद्र बनाए गए हैं। इन सभी केंद्रों पर मूल्यांकन केंद्र निदेशकों की नियुक्ति की गई है। वहीं, झारखंड राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ ने जैक द्वारा वार्षिक माध्यमिक परीक्षा के कराए जा रहे मूल्यांकन कार्य पद्धति के अव्यहारिक निर्देश पर कड़ा एतराज जताया है। इस पर संघ के जिलाध्यक्ष सफदर इमाम ने कहा कि जैक द्वारा जो प्रतिदिन 70 उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन और समय 10 से 5 बजे तक का निर्देश दिया गया है। वह पूरी तरह अव्यहारिक है। इसके साथ ही संघ के सदस्य और मूल्यांकन कार्य में लगे शिक्षकों ने मांग की है कि 70 कॉपी के जगह पर 50 कॉपी का ही मूल्यांकन प्रतिदिन की जाए। क्योंकि प्रतिदिन 70 कॉपी का मूल्यांकन करने से गुणवत्तापूर्ण संभव नहीं है। इस दौरान संघ ने कहा कि कॉपी का मूल्यांकन के अतिरिक्त परीक्षकों को मार्क्स फॉयल में नंबर भी चढ़ाना होता है। जिसे बहुत बारीकी से किया जाता है। वहीं, उन्होंने कहा कि मूल्यांकन की अवधि सुबह 10 बजे से 4 बजे तक ही रहे जो व्यवहारिक है।

250 रुपये में होटल में कमरा नहीं हो पाता उपलब्ध

इस मौके पर माध्यमिक शिक्षक संघ के सचिव मुकेश कुमार सिंह और प्रमंडलीय संयोजक कुर्बान अली ने कहा कि दूरदराज से आए मूल्यांकन कार्य में लगे शिक्षकों का प्रतिदिन 250 रुपये ठहरने का भत्ता मिलता है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि इसे 250 से बढ़ाकर 450 रुपये किया जाए। कहा कि 250 रुपये में होटल में कमरा उपलब्ध नहीं हो पाता है। वहीं, संघ के उपाध्यक्ष आनन्द मिंज ने कहा है कि सभी मूल्यांकन केंद्रों पर पीने के पानी, खाने की व्यवस्था हो ताकि सभी को राहत मिले। बताया गया कि इन सभी बिंदुओं पर मांग को लेकर जल्द ही संघ के महासचिव रविंद्र प्रसाद सिंह और कार्यकारी अध्यक्ष यशवंत विजय के नेतृत्व में शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल जैक सचिव से मिलकर उन्हें ज्ञापन देंगे।

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