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राज्यपाल के बंगलादेशी घुसपैठ बयान पर बोले सुप्रियो, मॉब-लिंचिंग बिल दोबारा लाने पर भाजपा के लिये बना रहे हैं मुद्दा

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द फॉलोअप डेस्क, रांची  
झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता सुप्रियो भट्ट्चार्य ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के बयान पर पलटवार किया है. दरअसल राज्यपाल ने एक निजी न्यूज एजेंसी से बातचीत में बंगलादेशी घुसपैठियों पर चिंता जताई थी. उन्होंने कहा था की बांग्लादेशी घुसपैठिये झारखंड की आदिवासी महिलाओं से शादी कर रहे हैं. आगे उन्होंने कहा की इससे आदिवासी परंपरा और राज्य की डेमोग्राफी नहीं बदलनी चाहिए।

झारखंड का कोई भी सीमांचल बांग्लादेश के साथ जुड़ा नहीं

सुप्रियो ने कहा राज्य के राज्यपाल ने एक निजी न्यूज़ एजेंसी को बुलाकर कुछ वक्तव्य दिया। राजपाल ने जिन बातों को कहा है वह बड़ा परेशान करने वाला है. राज्यपाल की जानकारी के लिए बता दें झारखंड का कोई भी सीमांचल बांग्लादेश के साथ जुड़ा हुआ नहीं है. बांग्लादेश की सीमा पश्चिम बंगाल, बिहार, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा के साथ जुड़ी है. जबकि देश की जो सीमा है, चाहे वह भारत-बांग्लादेश सीमा हो, भारत-श्रीलंका सीमा हो, भारत-पाकिस्तान का सीमा हो भारत-चाइना का सीमा हो वहां सेना और बीएसएफ और एसएसबी सीमाओं पर मुस्तैद रहते हैं और देश की शांति सुरक्षा को बनाये रखने के लिए डटे रहते हैं. और वह संपूर्ण सुरक्षा केंद्र सरकार के जिम्मे में आती है. सबसे पहले मुझे लगता है इतना भारी भरकम महकमा गृह मंत्रालय के हजारों लाखों की संख्या में आपके सिक्योरिटी फोर्स तैनात हैं. वहां से बांग्लादेशी कैसे सीमा के इस पार आ जा रहे हैं, यह कैसे संभव है ? जो सीमाएं होती हैं हम लोगों को मालूम है उन सीमाओं में 15 किलोमीटर तक सिविल एडमिनिस्ट्रेशन का भी दखल नहीं होता है. वहां पूरा का पूरा जो दायरा है वह सेंट्रल फोर्स आइटीबीपी हो बीएसएफ, ओएसएसबी हो उनकी निगरानी में आता है. 

दोबारा मॉब-लिंचिंग बिल लाने की वजह से बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा बनाया जा रहा है 

उन्होंने कहा राज्यपाल के पास आधार ही नहीं है. आधार तो यह है कि मॉब लिंचिंग बिल फिर से लाया जा रहा है. उसके लिये विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के लिए एक मुद्दा ला रहे हैं कि आपका यह बयान भारतीय जनता पार्टी सदन में उठाया जा सके. कहा की तकलीफ तो आपको मॉब्लिंकिंग से,1932 के पहचान से है, सरना धर्म कोड, ओबीसी आरक्षण से है. सच्चाई है कि ये आदिवासी विरोधी मानसिकता के लोग हैं.


'इंडिया' नाम से फ्रस्ट्रेशन में हैं प्रधानमंत्री 

उन्होंने कहा प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा की पीएम कहा ईस्ट इंडिया कंपनी के नाम में इंडिया था. इंडिया मुजाहिदीन के नाम में भी इंडिया है, वह किस प्रकार से फ्रस्ट्रेशन में आ गए हैं. अब तो भारतीय जनता पार्टी को पूछना पड़ेगा, स्टार्टअप इंडिया था यह कोई ईस्ट इंडिया कंपनी का योजना था क्या डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया, मेक इन इंडिया, हेलो इंडिया, शाइनिंग इंडिया, जीतेगा इंडिया, बढ़ेगा इंडिया, टीम इंडिया ईस्ट इंडिया कंपनी का है क्या।