द फॉलोअप डेस्क
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बुधवार को झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने PM मोदी के दौरे पर निशाना साधा। उन्होंने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा को पहली बार एहसास हुआ कि पोटो-हो स्वतंत्रता सेनानी थे। आज हजारीबाग में अपने लंबे भाषण में आदिवासियों की बात करते हुए पीएम आदिवासी जन नायक रूपों महाली को भूल गए। ये बातें भाजपा को नहीं मालूम कि सरस्वती देवी पहली महिला स्वंत्रता सेनानी थी, जो हजारीबाग से थी। उनको यह भी नहीं पता कि बाबू राम नारायण सिंह कौन थे?
सुप्रियो ने पीएम मोदी से कहा कि आप आदिवासी-मूलवासी, हेमंत सोरेन और झारखंड मुक्ति मोर्चा से डरते हैं। लेह लद्दाख में आदिवासियों और मूलवसियों का आंदलोन चल रहा है। लेकिन पीएम मोदी प्रधानमंत्री जैसे पद पर होकर BDO, CO के ट्रांसफर की बात करते हैं। प्रधानमंत्री इतने निचली स्तर की बात कैसे कर सकते हैं।बीजेपी ने OBC आरक्षण को 27% से घटाकर 14% किया
भट्टाचार्य ने अपने संबोधन में आगे कहा कि यूपी में 17 बार पेपर लीक हुआ, लेकिन आजतक उसपर कार्रवाई नहीं हो पाई। 7 सालों में यूपी में सिपाही की बहाली नहीं हुई है। भाजपा को झारखंड मुक्ति मोर्चा से डरना चाहिए, क्योंकि झारखंड मुक्ति मोर्चा आदिवसी-मूलवासी और पिछड़े मजदूर लोगों की बात करती है। भाजपा ST/SC/OBC का आरक्षण काटकर घुसपैठियों को देने कि बात करती है, जबकि बीजेपी ने झारखंड में OBC आरक्षण को 27% से घटाकर 14% कर दिया।
अपने संगठन की डेमोग्राफी देखें पीएम- सुप्रियो भट्टाचार्य
आदिवासी वैज्ञानिक सोनम वांगचुक की मांग है, लद्दाख को 6th शेड्यूल में शामिल कर दिया जाए। लेकिन पीएम ऐसा नहीं कर रहे क्योंकि उन्होंने अडानी से उनकी जमीन का सौदा किया है। हुसैनबाद विधायक कमलेश सिंह के भाजपा में शामिल होने पर सुप्रियो ने कहा कि कितने घुसपैठियों को शामिल करेंगे। भाजपा को डेमोग्राफी की चिंता हो रही है, तो आप अपने संगठन की डेमोग्राफी देखिये। केंद्र सरकार घंटी बजा रही है क्या? घुसपैठियों को रोकना किसका काम है? असम के मुख्यमंत्री बोलते हैं कि घुसपैठिए असम से अंदर आते हैं।
सुप्रियो आगे कहते हैं कि आज पितृपक्ष समाप्त हो गया है। देवी पक्ष के बाद फिर जब पितृपक्ष आएगा, तब काली पूजा होगी और यहां महिषासुर का वद्ध होगा। इस राज्य में राक्षसी ताकतों और पूंजीपतियों की जो नजर है, उनका भी उसी तरह वद्ध होगा।