द फॉलोअप डेस्कः
झामुमो के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य आज प्रेस वार्ता कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि पांच राज्यों में विधानसभा का जो चुनाव हुआ है वहां से भाजपा को एक्जिट का रास्ता दिखा दिया गया है। उन्होंने कहा कि मैंने दूसरे राज्यों के कार्यकर्ताओं से बातचीत की, उस बातचीत से यही बात छनकर आ रही है कि वह यही कि सभी पांच राज्यों में ने भाजापा की सरकार ना बनाने का निर्णय ले लिया है। पांच राज्यों ने कहा है एक्जिट बीजेपी। मिजोरम का स्पष्ट संकेत है कि देश के उत्तरपूर्व राज्य है उनपर भाजपा के अत्याचार का लंबा दौर रहा है। मणिपुर में जो आग आपने लगाई, उससे लोगों ने ठान लिया है कि हमको क्या करना है। उसी तरह छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, तेलांगना, राजस्थान में भी आदिवासी हैं। आदिवासियों के साथ ही मूलवासियों ने यह फैसला ले लिया था बहुत पहले ही कि भाजपा की शासन को समाप्त करना है। उसका प्रत्यक्ष फल 3 तारिख को सामने आएगा। जब उनसे पूछा गया कि उनके पास इसका क्या इनपुट है, क्या उनके पास कोई एक्जिट पोल है तो उन्होंने बताया कि वह बस राजनीतिक कार्यकर्ताओं से बात करने के बाद यह कह रहे हैं।
HEC का दौरा किसी भाजपा नेता ने नहीं किया
सुप्रियो भट्टाचार्य ने इस दौरान का कि जो बौखलाहट भाजपा के नेताओं में मची है कल आपने देखा होगा कि देवघर में नैनो प्लांट का निरिक्षण करने स्थानीय सांसद के साथ गये थे। पिछले 10 वर्षों में किसी केंद्रीय मंत्री का यह तीसरा दौरा था। विगत 10 वर्षों में पीएम, गृह मंत्री, केंद्रीय मंत्री झारखंड आए लेकिन एचईसी का दौरा किसी ने नहीं किया क्योंकि उनको मालूम है कि अगर हम वहां गये तो वह अपनी पीड़ा को छुपा नहीं पाएगा। वहां जो बिलखते परिवार हैं, जो भूख की आग है वो तपिश देखकर कोई भी सहज नहीं रह सकता। इसलिए एचईसी का दौरा एक बार भी नहीं। किसानों का जो सहयोग समिति का जो प्लांट जो उर्वरक बनाता है उसको और समृध्द होना चाहिए। एचईसी भाजपा का संसदीय क्षेत्र का है लेकिन एक बार भी उनका कोई भी मंत्री या सांसद एचईसी के बारे में मुंह खोलकर दिखाए, यह इसलिए क्योंकि एचईसी को जाना है पीएम के दोस्त के हाथ में। भूपेश बघेल ने घुलकर कहा था कि अगर छत्तीसगढ़ को बचाना है तो इंडिया को बचाना होगा क्योंकि वही एक ऐसा मोर्चा है जो केंद्र सरकार और अडाणी के बीच की दीवार है और लोगों ने इस चीज को माना और उसी दिशा में अपना फैसला दिया।
केंद्र सरकार ने 2 करोड़ नौकरी की बात कही थी दिया केवल सवा लाख
आज पीएम रोजगार देने की बात करते हैं। कहां 2 करोड़ रोजगार की बात हुई थी। 6 महीने पहले भी रोजगार देने का आडंबर हुआ, कल भी हुआ लेकिन दोनों मिलाकर सवा लाख रोजगार दिया गया। 20 करोड़ की जगह पर सवा लाख नौकरी। उसके प्रचार में हमको लगता है सवा लाख करोड़ रुपये उड़ा दिया गया। जब उनसे पूछा गया कि राज्य में भी तो हर साल 5 लाख की नौकरी की बात कही गई थी तो उन्होंने कहा कि आप आंकड़े देख लीजिए पिछले 1 साल में हमने कुल मिला 1 लाख लोगों को सरकारी रोगजार दिया है। दो साल की तक बात छोड़ दीजिए। चाहे वह कृषि पदाधिकारी हो, डॉक्टर हो, खिलाड़ी हो कुला मिलाकर आप देखेंगे तो हमने 1 लाख का आंकड़ा छू लिया है। एक मुश्त बहाली की तैयारी हो रही है। बड़ी तादाद में बहाली होगी। जेपीएससी-जेएसएससी और भी कई तरह की बहाली होगी। 2024 में घोषणापत्र के वाक्य दर वाक्य के साथ हम न्याय करेंगेकल अमित शाह भी आए थे। उनका सरकारी कार्यक्रम था। वो बीएसएफ के स्थापना दिवस में आए थे। जो डिसीप्लीन फोर्स है, जो कैंप है, कल से आज तक लगा कि वो एक राजनीतिक पार्टी का जमावड़ा का स्थान है। मुझे अच्छा लगता अगर वह किसी सिविल लैंड में रहते। वहां ये राजनीतिक व्यक्तियों का जमावड़ा लगता तो अच्छा लगता। हमने कभी नहीं देखा कि किसी सैन्य परिसर का इस्तेमाल इस तरह से हो रहा है। राज्यपाल भी पहुंच गये। भाजपा सांसद, केंद्रीय मंत्री विधायक हमको लगता है कि ये जगह कोई सिविल लैंड होना चाहिए था वहां जमावड़ा लगता मुलाकातें होती तो अच्छा लगता।