द फॉलोअप डेस्क, रांची:
आजसू विधायक दल के नेता सुदेश कुमार महतो ने झारखंड विधानसभा में सरकार द्वारा पेश किए गए बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि शिक्षा विभाग का बजट घटाना निराशाजनक है। साथ ही स्वास्थ्य सुविधायें बढ़ाने को लेकर बजट में इच्छाशक्ति का अभाव है। झारखंड जैसे राज्य में शिक्षा, चिकित्सा के क्षेत्र में आमूल-चूल बदलाव की जरूरत है। कोई भी प्रगतिशील राज्य शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र को विशेष महत्व देते हैं। रोजगार को लेकर उम्मीद जगाने के लिए कहीं कोई जगह नहीं है।
सुदेश महतो ने ऋणमाफी योजना पर उठाये सवाल
सुदेश महतो ने कहा कि बजट के अन्य पहलु पर भी नजर डालने से लगता है कि सरकार और उसका तंत्र दिशाहीन है। गांवों के विकास को लेकर उनके पास कोई परिकल्पना नहीं है। इस बजट में आम लोगों को मानक बनाकर काम करने की कहीं जगह नहीं है। रहा। दुखद यह है कि पिछले चार साल से यही पोथी लिखी जाती है, पढ़ी जाती है और उसमें कोई जवाबदेही नहीं होती। किसानों की ऋणमाफी के सवाल पर उन्होंने कहा कि चुनाव पूर्व किये गये वादे पर पांचवे वर्ष तक सरकार लटकी पड़ी है।
बाबूलाल मरांडी ने भी बजट के प्रावधानों पर उठाये सवाल
गौरतलब है कि झारखंड की चंपाई सोरेन सरकार ने आज विधानसभा में 1,16,228 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। बजट में महिला स्वास्थ्य, किसानों की ऋण माफी, आबुआ आवास योजना सहित अन्य कल्याणकारी योजनाओं पर फोकस किया गया है। हालांकि, विपक्ष का आरोप है कि रोजगार और बेरोजगारी भत्ते पर सरकार ने कोई ठोस निर्णय नहीं किया। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि मौजूदा सरकार ने भ्रष्ट योजनाओं का ही कॉपी-पेस्ट कर दिया है। वहीं, राजेश ठाकुर ने बजट की सराहना की।