रांची:
छात्रों की प्रतिभा को सही दिशा देने के उदेश्य से प्रतिवर्ष गोल संस्था द्वारा गोल टैलेंट सर्च परीक्षा का आयोजन किया जाता है। परीक्षा का आयोजन छठी से लेकर 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों के लिए किया जाता है। इस परीक्षा के मद्देनजर शुक्रवार (1 अप्रैल) को झारखंड जोन के विद्यार्थियों के लिए वेबीनार का आयोजन किया गया।
संस्थान के डायरेक्टर ने बताया मूलमंत्र
गोल इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित वेबीनार में संस्थान के फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर विपिन सिंह ने छात्रों के साथ भविष्य में आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षा में सफलता पाने का मूलमंत्र साझा किया। विपिन सिंह ने बताया कि वर्तमान प्रतियोगी माहौल में छात्रों का जागरूक रहना अति आवश्यक है। इसी उदेश्य के तहत गोल इसंट्टीयूट द्वारा गोल टैलेंट सर्च परीक्षा का आयोजन किया जाता है ताकि छोटे कस्बों तथा दूर दराज के इलाकों में छिपी प्रतिभा को निखार कर उनको सफलता तक पहुंचाया जा सके।
सही दिशा और उचित मार्गदर्शन से सफलता
वेबीनार में छात्रों को संबोधित करते हुए गोल इंस्टीट्यूट के असिस्टेंट डायरेक्टर रंजय सिंह ने कहा कि छात्रों को अपने करियर में सही मुकाम तक पहुंचने के लिए प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता मिलना जरूरी है। यदि छात्र शुरुआती दौर में ही प्रतियोगी परीक्षाओं की सही जानकारी और उचित मार्गदर्शन के साथ दिशा निर्देश का पालन करें तो उसे सफलता पाने से कोई रोक नहीं सकता। उन्होंने बताया कि गोल टैलेंट सर्च परीक्षा के जरिये अब तक हजारों छात्र मेडिकल, इंजीनियरिंग और सिविल सेवा जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल कर परीक्षा की उपयोगिता साबित कर चुके हैं।
फाउंडेशन और टारगेट बैच की शुरुआत हो गई
संस्थान से जुड़े संजय आनंद ने बताया कि हमारी संस्था मेडिकल औऱ इंजीनियरिंग की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए नए सत्र का फाउंडेशन औऱ टारगेट बैच शुरू कर चुकी है। छात्र अपना सपना साकार करने के लिए नामांकन का प्रयास कर सकते हैं। गौरतलब है कि वेबीनाऱ का संचालन आनंद वत्स द्वारा किया गया। इसमें सैकडों की संख्या में छात्र एवं अभिभावक शामिल हुये।
परीक्षा में कितने विद्यार्थियों ने लिया था हिस्सा
गौरतलब है कि प्री औऱ मेन के 2 चरणों मे आयोजित गोल टैलेंट सर्च परीक्षा में बिहार, झाररखंड, छतीसगढ़, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के 25 हजार छात्र शामिल हुए। मुख्य परीक्षा में शामिल छात्रों में से टॉप रैंकर्स को लैपटॉप, टैब, कलाई घड़ी और बैग देकर पुरस्कृत किया गया। छात्रों को गोल इंस्टीट्यूट के कोर्सेज में 100 फीसदी तक स्कॉलरशिप भी ऑफर की गई।
लैपटॉप सहित कई पुरस्कारों से किया गया सम्मानित
10वीं कक्षा के सिद्धार्थ को लैपटॉप देकर सम्मानित किया गया।
टैब पाने वाले में अंकित कुमार (10वीं), सिंधु कुमारी (10वीं), सामभवी झा (9वीं) अंशु राज श्(8वीं), प्रियंका कुमारी (7ववीं), औरर सिवेन कुमार सिंह (छठी) शामिल हैं।
कलाई घड़ी से पुरस्कृत होने वालों में आर्यन विश्वकर्मा (छठी), रूपेश कुमार महतो व आदित्य कुमाररी (7वीं), मुकुल महतो औऱ अभिराज भूषण सिंह (8वीं), मिशल भारती एवं यश श्रीवास्तव (9वीं), आदित्य राज और शुभम कुमार (10वीं) शामिल हैं।
बैग से पुरस्कृत होने वालों में स्वाति कुमारी, लक्ष्मी कुमारी, अमन भारद्वाज, अनुष्कार सिंह, प्रतिम आनंद, सत्याराज, आकंक्षा कुमारी (छठी कक्षा)। सात्विक प्रियम, मानसी सिंह, प्रियांश राज, प्रियांशु दीप, सरनास कुमार ठाकुर, अंकुश राज, अंकुश कुमार (7वीं कक्षा। पीयूष कुमार झा, बनसिका शर्मा, सेनेहल राज सिंह, कृतिका कुमारी, आर्यन, ज्ञानेंद्र शेखऱ चौबे, ऋषि राज (8वीं कक्षा)। आयुष कुमार झा, कुमार हर्षित, सरिम रजा, काव्या राज वर्मा, सिमरन, प्रतीक राज, अमय अंगिरा (9वीं कक्षा) औऱ विशाल कुमार पासवान, प्रेरणा कुमारर, अशोक कुमार, अखिलेश कुमार सिंह, मयंक तिवारी, अनन्या आनंदिता औऱ भारत कुमार (10वीं कक्षा) का नाम शामिल है।