द फॉलोअप डेस्क
नई सरकार गठन के बाद से सीएम हेमंत सोरेन के साथ सभी मंत्री एक्शन मोड में दिखाई दे रहे हैं। सभी मंत्री जनता दरबार लगा कर लोगों की समस्या सुनने के साथ पदाधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दे रहे हैं। झारखंड कांग्रेस मुख्यालय में स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने जनता की समस्या सुनी। इस दौरान कुल 40 शिकायतें मंत्री के पास पहुंचीं जिसमें सबसे अधिक स्वास्थ्य से जुड़ी 8 शिकायतों के साथ नौकरी से संबंधित 7, जमीन विवाद और को ऑफिस के 3 और थाना से संबंधित 2 आवेदन के साथ मंईयां सम्मान और अबुआ आवास से संबंधित शिकायतो को मंत्री ने सुना। साथ ही आवश्यक कार्रवाई के निर्देश अधिकारियों को दिए।
जानता दरबार में पहुंचे नगड़ी अंचल के एक फरियादी में बताया की उसकी 14 डिसमिल जमीन को चार डिसमिल कर दिया गया। वह सुधार के लिए एक साल से अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहा है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। राजस्व कर्मचारी और सीआई की तरफ़ से 10 हज़ार रुपये की मांग की जा रही है। वहीं दूसरे फरियादी फार्मासिस्ट थे। वह प्राइवेट कॉलेजो की शिकायत लेकर पहुंचे थे। उनका कहना था कि परीक्षा में पैसा लेकर पास कर दिया जा रहा है। जिसपर लगाम लगाने की जरूरत है, क्योंकि अगर कोई फार्मासिस्ट बिना जानकारी के काम करता है तो वह गलत दवा दे सकता हैं। जिससे लोगो के स्वास्थ्य का नुकसान होगा। स्वास्थ्य मंत्री से मिलने आए रांची के रिम्स मे कार्यरत महिला स्वास्थ्य कर्मी ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री से अपनी समस्याओं को अवगत कराया मेरी समस्या है कि विगत 6 वर्षों से कांट्रैक्ट बेसिस पर कार्य कर रहे हैं और परमानेंट करने की बात हमने रखी स्वास्थ्य मंत्री की ओर से हमें आश्वासित किया गया है।
जनता दरबार में पहुंची एक फरियादी ने बताया कि उनके पिता जी को कैंसर है और उनका इलाज मुख्यमंत्री गंभीर योजना के तहत होना है। लेकिन अस्पताल के लोगों ने बताया कि फंड में राशि खत्म हो गई है। इसी बीच एक महिला के पति ने बताया कि उनकी पत्नी को अब तक मंईयां सम्मान की राशि नहीं मिली है। वहीं जनता दरबार में लोगो की समस्या सुन रहे स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि लोगों की परेशानियों से मैं अवगत होने के साथ आवश्यक कार्रवाई के निर्देश भी दे रहा हूं। 14 के बाद आपको अच्छा परिणाम देखने को मिलेगा साथ ही जनता दरबार में मौजूद प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि कांग्रेस मुख्यालय में लगातार जनता दरबार लगा कर जनता की समस्या सुनी जा रही हैं। आवेदन से संबंधित अधिकारियों को निर्देश भी दिया जा रहा है।
जनता दरबार के माध्यम से कांग्रेस लोगों की समस्याओ को हल करने की कोशिश में जुटी हुई है। अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश भी दिए जा रहे हैं। अब देखना यह होगा की मंत्री के निर्देशों को अधिकारी कितनी गंभीरता से लेते हैं।