द फॉलोअप डेस्क
झारखंड के सिंहभूम जिले में विश्व का पहला समुद्र तट था। वह भी करीब 3।2 साल पहले। ऐसे हम नहीं कह रहे हैं बल्कि अमेरिका के नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज में छपे इस रिसर्च में ऐसा कहा गया है। बता दें कि भारत,ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिकों ने अपने हालिया रिसर्ज में यह दावा किया है कि सिंहभूम उन्हें सिंहभूम में इस बात के पक्के सबूत मिले हैं कि यहां कभी समुद्र तट हुआ करता था।
अध्ययन में नदियों और समुद्र के होने के प्रमाण
भारत, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिकों ने अपने हालिया रिसर्च में दावा किया है कि उन्हें सिंहभूम में इस बात के पक्के सबूत मिले हैं कि यहां कभी समुद्र तट हुआ करता था। मोनाश यूनिवर्सिटी ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिक प्रियदर्शी चौधरी, जो इस रिसर्च के प्रमुख शोधकर्ता हैं, ने यह दावा किया है। उन्होंने कहा कि 3.1 अरब साल पुरानी चट्टानों के जिरकोण कणों के अध्ययन में नदियों और समुद्र के होने के प्रमाण मिले हैं। इससे साबित होता है कि झारखंड के इस भू-भाग पर कभी महाद्वीप हुआ करते थे।
क्रेटंस की उत्पत्ति सबसे पहले झारखंड के सिंहभूम में हुई
वैज्ञानिकों का कहना है कि क्रेटंस की उत्पत्ति सबसे पहले वहीं हुआ था, जहां आज झारखंड का सिंहभूम जिला है। क्रेटंस समुद्रतल से निकलने वाले धरती के बड़े भू-भाग के शुरुआती केंद्र को कहा जाता है, जिसे अब हमलोग महाद्वीप कहते हैं। सिंहभूम के अलावा दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में भी ऐसे ही क्रेटंस मिले थे।