रांची:
पंचायत सचिवालय स्वंयसेवक संघ के कर्मियों ने मंगलवार को अपने मांगों के समर्थन में अर्धनग्न प्रदर्शन किया। अपनी 5 सूत्री मांगों के समर्थन में पंचायत स्वंयसेवक संघ के कर्मियों का जत्था हरमू मैदान से झामुमो कार्यालय की ओर कूच कर गया। इनकी मांग है कि सरकार इनका समायोजन करे और स्थायीकरण करे। बता दें कि पंचायत सचिवालय स्वंयसेवक संघ के कर्मी जुलाई माह से ही अपनी मांगों को लेकर राजभवन के सामने धरना दे रहे हैं।
पांच सूत्री मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
मंगलवार को इन कर्मियों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की वार्ता सहित पंचायत सचिवालय स्वंयसेवक संघ का समायोजन, स्थायीकरण, स्वंयसेवकों का नाम बदलकर पंचायत सहायक करने और पंचायत सचिवालय स्वंयसेवक संघ का मानदेय लागू करने की भी मांग की। बता दें कि यह संविदाकर्मी राजभवन के सामने बीते 119 दिनों से धरना दे रहे हैं। संविदाकर्मियों ने सरकार पर वादाखिलाफी का भी आरोप लगाया। इनका कहना है कि सरकार बनने से पूर्व हेमंत सोरेन ने वादा किया था कि सभी संविदाकर्मियों को स्थायी किया जाएगा लेकिन कार्यकाल के 4 वर्ष बीतने के बावजूद यह पूरा नहीं किया गया।
सरकार पर लगाया है वादाखिलाफी का आरोप
कुछ दिन पहले द फॉलोअप से बातचीत में पंचायत स्वंयसेवक संघ के कर्मियों ने कहा था कि हेमंत सोरेन सरकार ने अबुआ आवास योजना शुरू की है। ग्रामीण इलाकों में योग्य लाभुकों की पहचान करना है। हमारी नियुक्ति उन्हीं पंचायतों में हुई थी जहां के हम रहने वाले हैं। हमें बेहतर पता है कि लाभुक कौन है और कौन नहीं। यदि सरकार अबुआ आवास योजना को सफल बनाना चाहती है तो हम इसके लिए बेहतर मानव संसाधन होते। सरकार को इस दिशा में सोचना चाहिए।