द फॉलोअप डेस्क, रांची:
बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जमीन घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में पूछताछ होने वाली है। दोपहर 1 बजे कांके रोज स्थित सीएम आवास में ईडी के अधिकारी पहुंचकर मुख्यमंत्री का बयान दर्ज करेंगे। इसे लेकर रांची जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। रांची में बुधवार को सुबह 9 बजे से लेकर रात 10 बजे तक धारा 144 लगाई गई है। इस दौरान किसी भी व्यक्ति को चिन्हित स्थानों पर हरवे हथियार के साथ प्रवेश करने, मजमा लगाने, सभा करने या धरना प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं होगी। बुधवार को रांची के तमाम चिन्हित संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल की तैनाती की जाएगी।
रांची जिला जनसंपर्क कार्यालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि सीएम आवास के 100 मीटर की परिधि में, राजभवन की चाहरदीवारी के 100 मी. और ईडी कार्यालय के 100 मी. की परिधि में धारा 144 लगी रहेगी। इस दौरान यहां धरना, प्रदर्शन, घेराव, जुलूस, रैली या आमसभा करना मना होगा। लोग यहां हरवे-हथियार मसलन बंदूक, रिवॉल्वर, बम बारुद लेकर नहीं आ सकते। पारंपरिक हथियार जैसे लाठी, डंडा, तीर-कमान या गड़ासा-भाला लेकर आना भी मना है। यहां लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।
रांची में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
इससे पहले सोमवार को भी रांची जिला प्रशासन द्वारा रांची के 30 चिन्हित स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी। मुख्यमंत्री आवास, राजभवन, एसएससी आवास, बीजेपी कार्यालय, वरीय बीजेपी नेताओं के आवास सहित अन्य संवेदनशील इलाकों में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी। उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा और एसएसपी चंदन सिन्हा खुद सड़क पर उतरकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे थे। दरअसल, तब मुख्यमंत्री के ट्रेसलेस होने की जानकारी मिल रही थी और रांची में झामुमो समर्थकों का जुटान हो रहा था। बुधवार को भी पूछताछ के दौरान रांची में झामुमो समर्थकों के जुटने और धरना प्रदर्शन की आशंका है। बता दें कि पूर्व निर्धारित समय के मुताबिक, कल ईडी मुख्यमंत्री का बयान दर्ज करने वाली है।
सीएम से पूछताछ के दौरान विधि-व्यवस्था की चुनौती
बता दें कि 20 जनवरी को जब ईडी ने मुख्यमंत्री आवास आकर हेमंत सोरेन का बयान दर्ज किया था तो बाहर भारी संख्या में झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता, कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद थे। तब भी मुख्यमंत्री आवास के 500 मीटर की परिधि में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगाई गई थी। हालांकि, सीएम आवास के बाहर कार्यकर्ताओं ने धरना दिया और नारेबाजी की थी। 31 जनवरी को सीएम से पूछताछ के दौरान विधि-व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए सुरक्षा के पर्याप्त इंतजा किए गये हैं। इससे पहले 29 जनवरी से अगले आदेश तक एसएसपी के आग्रह पर डीजीपी ने 14 डीएसपी की प्रतिनियुक्ति रांची में की थी।