रांची
झारखंड में 103 ऐसे स्कूल हैं जहां एक भी छात्र नहीं है, लेकिन फिर भी 17 शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। यह जानकारी राज्य विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विधायक राज सिन्हा के सवाल के जवाब में शिक्षा विभाग ने दी।
राज सिन्हा ने राज्य में प्राथमिक, मध्य और माध्यमिक विद्यालयों की स्थिति को लेकर सवाल उठाया था। उन्होंने विशेष रूप से उन 8,353 स्कूलों का जिक्र किया, जहां सिर्फ एक ही शिक्षक के भरोसे स्कूल संचालित हो रहे हैं। इसका असर 4.10 लाख छात्रों पर पड़ रहा है। इसके अलावा, उन्होंने 199 स्कूलों में स्टूडेंट्स की गैरमौजूदगी के बावजूद 398 शिक्षकों की तैनाती पर भी सवाल किया।
शिक्षा विभाग के मुताबिक, यू-डायस (Unified District Information System for Education) के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में 7,930 स्कूल ऐसे हैं जहां केवल एक शिक्षक के भरोसे पढ़ाई हो रही है। इनमें 3,81,455 छात्र नामांकित हैं। वहीं, 103 स्कूलों में एक भी स्टूडेंट्स नहीं हैं, लेकिन फिर भी 17 शिक्षक पदस्थापित हैं।
सरकार ने शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए कदम उठाने की बात कही। प्राथमिक स्कूलों में 26,001 सहायक शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) द्वारा जारी है। सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन में पहले से विज्ञापित 17,786 पदों में से 13,923 शिक्षकों की नियुक्ति की जा चुकी है। इसके अलावा, प्लस टू हाई स्कूलों में 2,612 पीजी ट्रेंड शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। राज्य सरकार ने यह भी बताया कि जिन 103 स्कूलों में फिलहाल कोई स्टूडेंट्स नहीं हैं, वहां नए शैक्षणिक सत्र से नामांकन प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इस दिशा में विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जा रही है।
(नोट- इस समाचार के साथ लगी तस्वीर प्रतीकात्मक है)