रांची
रिम्स के विभिन्न विभागों के लिए पीजी रेजिडेंट का सोमवार को रिजल्ट प्रकाशित हुआ। इसमें फार्मोकोलॉजी की छात्रा डॉ स्नेहा कांता ने सबसे ज्यादा अंक लाकर पूरी यूनिवर्सिटी में टॉप किया है। डॉ स्नेहा कांता को 73.25 प्रतिशत अंक मिले हैं। डॉ स्नेहा कांता अपने विभाग में तो अव्वल रही ही हैं, पूरी यूनिवर्सिटी में भी बाजी मारी है। इस उपलब्धि के लिए डॉ कांता को दो-दो गोल्ड मेडल मिलेंगे। आपको बता दें कि डॉ कांता रांची के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ हरेराम सिंह की पुत्री हैं। डॉ हरेराम सिंह ने झारखंड में अपनी सेवा अवधि के दौरान राज्य के कई अस्पतालों में काम किया। अस्वस्थता के कारण डॉ सिंह ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली है। परिवार में विषम परिस्थितियों के बावजूद डॉ स्नेहा कांता ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
डॉ कांता ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने पिता डॉ हरेराम सिंह को दिया है। उन्होंने कहा कि उनके पिता की यह इच्छा थी कि वह भी चिकित्सा के क्षेत्र में आएं। कहा कि बचपन से ही उनके पिता ने उन्हें चिकित्सा सेवा में आने के लिए प्रोत्साहित किया। रांची विश्वविद्यालय द्वारा जारी पीजी रेजिडेंट के परिणाम में शिशु रोग विभाग में डॉ प्रतीक पांडेय, सर्जरी में डॉ प्रियंका, डर्मेटोलॉजी में डॉ अमन केसरी, नेत्र रोग में डॉ नेहा, रेडियोलॉजी में डॉ हर्ष कौर, चर्म रोग में डॉ हेमंत केसरी ने परचम लहराया है।