जमशेदपुरः
निर्दलीय विधायक सरयू राय अपनी बातों को बेबाक तरीके से रखने के लिए जाने जाते हैं। सरयू राय के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने दो मुख्यमंत्रियों को जेल का रास्ता दिखाया है। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर वह अक्सर हमला बोलते दिखते हैं। वह लगातार आरोप लगाते आए हैं कि हेमंत सरकार से ज्यादा रघुवर सरकार में भ्रष्टचार हुआ है। उस दौरान ज्यादा अवैध खनन हुआ है, तो फिर सिर्फ हेमंत सोरेन पर शिकंजा क्यों। आज हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर बुलाया गया है। इसपर सरयू राय ने सवाल उठाया है और कहा है ईडी के चार्जशीट में पीरपैंती साइडिंग से 251 रेल रैक स्टोन चिप्स का परिवहन बिना चालान हुआ है। इसमें 233 रैक रघुवर दास की सरकार में और 28 रैक हेमंत सोरेन सरकार में हुआ है। दोनों अवैध परिवहन प्रेम प्रकाश की कंपनी ने किया है, फिर पूछताछ सिर्फ हेमंत सोरेन से ही क्यों?
पहले भी कर चुके हैं सवाल
आगे उन्होंने लिखा है जिस घोटाला में पूजा सिंघल जेल में हैं, ईडी की चार्जशीट के मुताबिक, वह 2013-2020 में हुआ है। यह घोटाला कंपनी खाता में 2013-14 में 10.56 करोड़ और 2015-20 में 154.44 करोड़ जमा करके हुआ। जिस आरोप में ईडी ने पूजा सिंघल को जेल में डाला है। उसी में रघुवर दास ने उन्हें आरोप मुक्त कर दिया था, फिर ईडी चुप क्यों है। यह पहली बार नहीं है जब सरयू राय ने रघुवर सरकार शासनकाल पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। वह कई बार कह चुके हैं कि पिछली सरकार में अधिक लूट हुई है। फिर ईडी पक्षपात का रवैया क्यों अपनाती है। ईडी की कार्यशैली पर सरयू राय पहले भी सवाल उठा चुके हैं।