रांची:
झारखंड में इनदिनों ईडी की कार्रवाई लगातार जारी है। एक के बाद एक शक के घेरे में आए लोगों पर ईडी अपना शिकंजा कस रही है। सबसे पहले इसकी शुरुआत पूजा सिंघल से हुई थी अब मामला सीएम के विधायक प्रतिनिधी पंकज मिश्रा तक पहुंच गई। इसी बीच 2019 के चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास को हराने वाले निर्दलीय विधायक सरयू राय ने ईडी को कुछ सुझाव दिये हैं।
उन्होंने कहा है कि "ED @HemantSorenJMM के प्रतिनिधि तक पहुँच गई.अगली राहें इस चौराहा से निकलेंगी.जिन जिनके यहाँ छापेमारी हुई है,उनकी खदान लीज पुरानी हैं.गत सात वर्षों में वैध-अवैध खनन के साथ वे पथ के बड़े ठेकेदार बन गये हैं। समाजसेवी के आवरण में सत्ता के निकटतम संबंधी से लाखों कंबल बँटवाते रहे हैं।"
दूसरे ट्वीट में क्या कहा
एक अगले ट्वीट में उन्होंने कहा कि "साहिबगंज,पाकुड से कितना गिट्टी,पत्थर वैध/अवैध चालान से गत 3 वर्ष में ढोया है,इसका हिसाब #ED ने #रेल से माँगा है. इसमें 2 वर्ष @HemantSorenJMM के और 1 वर्ष @dasraghubar सरकार का है. #ED गत 5 वर्ष का हिसाब #रेल से माँगे,#लीजखदानों का #क्रॉससेक्शन नपवाए.अवैध खनन का पता चल जाएगा"
कई मायने निकाले जा रहे हैं
सरयू राय के ट्वीट के कई मतलब निकाले जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि अगर 5 साल का रिकॉर्ड निकाला जाएगा तो रघुवर दास की सरकार पर भी आंच आ सकती है। वहीं यह भी कहा जा रहा कि सरयू राय को लग रहा है कि ED सही दिशा में जांच नहीं कर रही है। हालाकि पक्ष-विपक्ष का अभी तक इसपर कोई रिएक्शन नहीं आया है।