द फॉलोअप डेस्कः
बीते 20 जुलाई को बरहेट प्रखंड के एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल द्वारा छात्रा के साथ छेड़खानी का मामला सामने आया था। जिसके बाद प्रिंसिपल मोहम्मद शमशाद अली को गिरफ्तार कर लिया गया था। उपायुक्त ने हेड मास्टर को सस्पेंड कर दिया था। मामले में अपडेट यह है कि जेल में बंद प्रिंसिपल मोहम्मद शमशाद अली के मामले की जांच के लिए झारखंड सरकार ने दो सदस्यीय टीम स्कूल भेजी। शनिवार को जांच टीम में भौतिक सत्यापन के आधार पर जांच कर प्रिंसिपल पर लगे आरोपों को सही पाया है। इसके बाद हेडमास्टर को साहिबगंज मंडल कारा में भेज दिया गया है। सहायक कार्यक्रम पदाधिकारी सीमा प्रसाद व अवर सचिव स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग किरण कुमारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज नहीं मिला लेकिन बच्चियों व अभिभावकों से पूछताछ पर यही पता चला कि आरोपी हेडमास्टर की तरफ से बैड टच किया गया था। यह जांच में खुलासा हो चुका है। इसकी रिपोर्ट झारखंड सरकार को सौंपी जाएगी।
हरकतों से बाज नहीं आया हेडमास्टर
बता दें कि इस मामले में अगर विभागीय कार्रवाई हुई तो प्रधानाध्यापक की नौकरी भी जा सकती है। बता दें कि तीन दीन पहले ही हेडमास्टर को शोकॉज किया गया था। आगे की कार्रवाई के लिए विभाग को रिपोर्ट भेजा गया है। बच्चियों का कहना है कि यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले भी स्कूल की दर्जनों बच्चियों के साथ प्रिंसिपल मोहम्मद शमशाद अली गंदी हरकत कर चुका है। कई बार अभिभावकों ने पंचायत कर जुर्माना लगाया गया लेकिन हेडमास्टर अपनी आदत से बाज नहीं आ रहा था।
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