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रांची : बिल्कुल समय पर ED कार्यालय पहुंचे साहिबगंज DC, पूछताछ शुरू 

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रांचीः 
साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव ईडी कार्यालय पहुंच गए हैं। ईडी ने उन्हें समन भेजकर 23 जनवरी की सुबह 11:00 बजे उपस्थित होने को कहा था। वह बिल्कुल तय समय से पहुंच गये हैं। डीसी से पूछताछ शुरु हो गई है। अवैध खनन के जरिए हुए मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनसे पूछताछ की जा रही है। बता दें कि मनरेगा घोटाला मामले में फंसी निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के बाद रामनिवास यादव दूसरे आईएएस अफसर हैं जिनसे ईडी पूछताछ कर रही है। आपको याद हो कि मार्च 2022 में साहिबगंज से मनिहारी घाट जा रही नाव में कई ट्रक गंगा नदी में डूब गए थे। डीसी ने तत्कालीन दुमका कमिश्नर चंद्रमोहन कश्यप को इस बाबत रिपोर्ट सौंपी थी। कमिश्नर उस रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं हुए थे तो उन्होंने दोबारा डीसी से रिपोर्ट मांगी थी। इसके बाद पंकज मिश्रा ने कमिश्नर को फोन कर कहा था कि ट्रांसपोर्टिंग का पूर कामकाज अपना ही है। इसलिए डीसी ने जो रिपोर्ट भेजी है, उसे ही सही मानिए। संभवत इस बारे में भी पूछताछ की जाएगी। बताया जा रहा है कि डीसी रामनिवास यादव अपने तय समय से कुछ मिनटों पहले ही पहुंच गये गये थे।


1000 करोड़ का अवैध खनन हुआ
ईडी ने अब तक की जांच में पाया है कि साहिबगंज में अप्रैल 2020 से मार्च 2022 के बीच 1000 करोड़ का अवैध खनन हुआ है। ईडी के मुताबिक मुख्यमंत्री के बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के संरक्षण में हुए अवैध खनन में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी भी  शामिल थे। इस पूरी अवधि में साहिबगंज के डीसी रामनिवास थे। इसलिए उन्हें ईडी ने समन किया है। इस मामले में साहिबगंज के डीएमओ विभूति कुमार से ईडी ने पहले ही पूछताछ कर ली है।  विभूति कुमार ने ईडी को दिए बयानों में कबूल किया था कि अवैध खनन से अर्जित राशि का हिस्सा उन्होंने पूजा सिंघल के करीबी सुमन कुमार को दिया था।