रानी सिंहः
ज्यादातर समय में पति अपनी पत्नियों के नाम पर जोक्स ही बनाते हैं। पत्नियों का मजाक उड़ाते हैं। लेकिन इस बार के रामगढ़ उपचुनाव में पत्नियों के मान सम्मान को बढ़ाने के लिए दो पति संघर्ष करते दिखेंगे। रामगढ़ उपचुनाव की तारिख का भा ऐलान हो गया है। यह उपचुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है। क्योंकि दो पति इस बार अपनी पत्नियों के शाख बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। पहले नंबर में रामगढ़ के पूर्व विधायक ममता देवी के पति बजरंग महतो अपनी पत्नी की सीट को सुरक्षित करने के लिए मेहनत कर रहे हैं। तो वहीं दूसरे नंबर पर आजसू सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी अपनी पत्नी सुनीता चौधरी को जिताने के लिए चुनावी मैदान में दौड़ लगा रहे हैं। इस बार दोनों ही अपनी अपनी पत्नियों के नाम का परचम लहराने के लिए जी जान झोंक देने वाले हैं। एक अपनी पूर्व विधायक पत्नी की खोई सीट को पाने के लिए लड़ रहे हैं तो दूसरे अपनी पत्नी को इस सीट पर विधायक बनाने की संर्घष कर रहे हैं। दोनों पति भी अपनी पत्नियों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रहे हैं। साथ देना बनता भी है, वैसे भी पति पत्नी जिस दिन शादी के बंधन में बंधते हैं उसी दिन यह वचन ले लेते हैं कि हर सुख दुख में एक दूसरे का साथ देंगे। बजरंग महतो की पत्नी ममता देवी जब चुनावी मैदान में पहली बार उतरी थीं उस दिन भी उन्होंने उनका भरपूर साथ दिया था, आज जब ममता मुश्किल दौर से गुजर रही हैं तो इस बार भी पत्नी की इज्जत कायम रखने के लिए खुद ही मैदान में उतरने वाले हैं।
तीन साल में ही दूसरी बार चुनाव
मालूम हो कि महज तीन साल में ही रामगढ़ में दूसरी बार चुनाव किया जायेगा। राजनीतिक दल के नेता अपने स्तर से चुनाव प्रचार प्रसार पर जुट गये हैं। दोनों की तरफ से नाम की अधिकारिक घोषणा हो गयी है। दोनों प्रत्याशियों के बीच ही जोरदार मुकाबला होगा। एक ओर जहां यूपीए गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत कई मंत्री, विधायक रामगढ़ उपचुनाव में डेरा डालेंगे और इस सीट को दोबारा हासिल करने का प्रयास करेंगे। वहीं, दूसरी ओर यहां आजसू सुप्रीमो, सुदेश महतो, वर्तमान सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी अपनी पूरी ताकत झोकेंगे और इस सीट पर जीत दर्ज करना चाहेंगे। गौरतलब है कि आईपीएल गोलीकांड मामले में विधायक ममता देवी को सजा सुनाने एवं जेल जाने के बाद यहां उपचुनाव हो रहा है। रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में तीन लाख 34 हजार 167 मतदाता इस उपचुनाव में अपने मत का प्रयोग करेंगे. जिसमें पुरुष मतदाता एक लाख 72 हजार 923 एवं महिला मतदाता एक लाख 61 हजार 244 शामिल है. जबकि 80 वर्ष के बुजुर्ग मतदाताओं की संख्या 3648 और 60 वर्ष के मतदाताओं की संख्या 27 हजार 300 एवं दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 6311 है।