द फॉलोअप डेस्क
हजारीबाग से राम-रथ को हाथों से खींचकर रांची लाए रामभक्त मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। उनका कहना है कि अगर 7 बजे तक सीएम नहीं पहुंचे तो वो वहीं पर आनिश्चितकाल हड़ताल पर बैठ जाएंगे। गौरतलब है कि हजारीबाग से रामभक्तों की एक टोली भगवान राम के रथ के साथ रांची पहुंची हैं। एक भक्त अमन कुमार ने द फॉलोअप से बात करते हुए कहा कि हम यहां सीएम चंपाई सोरेन से मिलने आए हैं। हमारी मांग है कि हजारीबाग के रामनवमी को राजकीय महोत्सव का दर्जा दिया जाए। महूदी में रामउत्सव मनाने की इजाजत दी जाए। इसके साथ ही रामनवमी पर धारा 144 नहीं लगाया जाए और DJ बजाने की इजाजत दी जाए।
महूदी में शोभायात्रा की मिली इजाजत
अमन कुमार ने आगे कहा कि बड़कागांव से 24 किलोमीटर दूर महूदी में रामउत्सव मनाने के लिए लोग रोते हैं। उन्होंने बताया कि महूदी में शोभायात्रा निकालने पर पाबंदी लगी हुई है। वहां के वर्तमान जिला प्रशासन, विधायक,नेताओं द्वारा हिंदू-मुस्लिम के बीच विवाद पैदा करके ये बोला जाता है कि दंगा हो जाएगा। लॉ एंड ऑडर खराब हो जाएगा और वहां शोभा यात्रा निकालने की इजाजत नहीं दी जाती है। हम यहां सीएम चंपाई से मिलने पहुंचे हैं। उनसे फेस टू फेस मिलेंगे और अपनी बातों को रखेंगे। कहेंगे कि बड़कागांव महुदी में रामनवमी की श्रीराम शोभायात्रा पर लगा प्रतिबंध अविलंब समाप्त किया जाये। डीजे को लेकर रामभक्तों पर दर्ज एफआईआर खारिज की जाए।
144 के कारण मंगला में नहीं होते बच्चे
अमन कुमार ने कहा कि पिछले 2 साल वो कोशिश कर रहे कि हजारीबाग के रामनवमी को राजकीय महोत्सव का दर्जा दिया जाए। इसके लिए हम भूख हड़ताल किया। सड़क से लेकर सदन तक धरना दिया। हमारे रामनवमी महापर्व पर डीजे से प्रतिबंध हटाया जाए। डीजी को लेकर रामभक्तों पर किए गए FIR को निरस्त किया जाए। बेवजह निर्दोष लोगों को 107 का नोटिस भेजना बंद किया जाए। उन्होंने सरकार की ओर इशारा करते हुए कहा कि आपको 144 के कारण आठवीं, नौंवी,10वीं, 12वीं के बच्चे राम मंगला में शामिल नहीं हो पाते हैं। अगर वो शामिल नहीं होंगे तो संस्कृति और रामनवमी को क्या समझेंगे। आने वाले समय में झाकी क्या निकालेंगे। अमन कुमार का कहना है कि रामनवमी को खत्म करने का साजिश चल रहा है इस रोकने के लिए हमने बार-बार आवाज उठाई है।