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जेल से निकलते ही बाबूलाल से मिले राजा पीटर, कयासों का बाजार गर्म

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द फॉलोअप डेस्कः
झारखंड के पूर्व मंत्री गोपाल कृष्ण पातर उर्फ राजा पीटर जमानत पर जेल से 15 दिसंबर, 2023 को बाहर आ गये।  बीते 6 साल से वह जेल में थे। जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी से मुलाकात की है। इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। सूत्रों के हवाले से ऐसी भी खबर चल रही है कि वह जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हालांकि यह तो देखने वाली बात होगी की राजा पीटर का अगला कदम किस ओर बढ़ता है। फिलहाल जो तस्वीर निकलकर सामने आई है उससे कयासों का बाजार गर्म है। पहले भी राजा पीटर एक सक्रिय नेता के रूप में काम कर रहे थे। लेकिन रमेश सिंह हत्याकांड के बाद वह जेल चले गये थे। वे पूर्व मंत्री रमेश सिंह मुंडा हत्याकांड में मुख्य साजिशकर्ता हैं।


10 अक्टूबर 2017 को गिरफ्तारी हुई थी
ये वही राजा पीटर हैं, जो रमेश सिंह मुंडा की हत्या के बाद तमाड़ सीट पर हुए उपचुनाव में झारखंड के तत्कालीन सीएम और झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन को हराकर चर्चा में आए थे। इस हार की वजह से वर्ष 2009 में शिबू सोरेन की अगुवाई वाली सरकार गिर गई थी। एनआईए ने रमेश सिंह मुंडा की हत्या के नौ साल बाद खुलासा किया कि राजा पीटर ने राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता में उनकी हत्या कराने के लिए नक्सलियों को 5 करोड़ रुपये की सुपारी दी थी। एजेंसी ने इस साजिश का खुलासा करते हुए उन्हें 10 अक्टूबर 2017 को गिरफ्तार किया था, तभी से वह जेल में बंद थे। 

2009 की घटना 

बता दें कि झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री और तमाड़ के तत्कालीन विधायक रमेश सिंह मुंडा की हत्या बुंडू के एसएस हाईस्कूल कैंपस में 9 जुलाई 2008 को उस वक्त कर दी गई थी, जब वे वहां स्कूल के छात्रों को सम्मानित करने और पुरस्कार देने के बाद संबोधित कर रहे थे. उसी समय कुख्यात माओवादी नक्सली कुंदन पाहन दस्ते के नक्सलियों ने स्कूल में आकर फायरिंग शुरू कर दी. इसमें रमेश सिंह मुंडा, उनके दो सरकारी बॉडीगार्ड शिवनाथ मिंज और खुर्शीद आलम सहित एक छात्र रामधन पातर की मौत हो गयी थी.