द फॉलोअप डेस्कः
आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी बेरमो में चुनावी सभा करने पहुंचे थे। इस दौरान वह बेरमो से कांग्रेस प्रत्याशी कुमार जयमंगल और बोकरो से कांग्रेस प्रत्याशी श्वेता सिंह के पक्ष में संबोधन देने आए थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि ये विचाराधारा की लड़ाई है। कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन संविधान की रक्षा करने का काम कर रही है। बीजेपी और आरएसएस संविधान को खत्म करने की कोशिश कर रही है। फाड़ के फेंकने की कोशिश कर रही है। ये संविधान अंबेडकर जी का संविधान है, फूले जी का संविधान है, बिरसा मुंडा का संविधान है। नरेंद्र मोदी कहते हैं कि राहुल गांधी लाल किताब दिखा रहा है। नरेंद्र मोदी जी इसका रंग जरूरी नहीं है। ये संविधान को लूटना चहते हैं और अडाणी जी जैसे लोगों को पकड़ाना चाहते हैं। ये संविधान बहुत पुरानी किताब है। इसमें जो सोच है ये नई सोच नहीं है। ये बहुत पुरानी सोच है। अंबेडकर की सोच है, गांधी जी की सोच है, बिरसा मुंडा की सोच है, नानक जी की सोच है। एक प्रकार से ये हिंदुस्तान की जनता की आत्मा है। आज इस देश में गरीबों को जो अधिकार है वो इस किताब के कारण मिला है।
हिंदस्तान में कितने पिछड़े वर्ग के लोग हैं, कितने दलित हैं, आदिवासी कितन हैं, कोई नहीं बता सकता। आपको अपनी ही आबादी नहीं मालूम तो फिर आपकी भागीदारी क्या होगी आपको कैसे मालमू। मैं बताना चाहता हूं कि हिंदुस्तान में 15 प्रतिशत दलित आबदी है, 8 प्रतिशत आदिवासी आबादी है, और 50 प्रतिशत पिछड़ा वर्ग की आबादी है। तो सवाल उठता है कि देश में 50 प्रतिशत पिछड़ा वर्ग है, 8 प्रतिशत आदिवासी है, 15 प्रतिशत दलित है, उसमें 15 प्रतिशत अल्पसंख्यक जोड़ दो। तो फिर इनकी भागीदारी कितनी है।
आप मीडिया देखते हो, एंकर्स के चेहरे आप देखते हो, पत्रकारों को आप देखते हो, मीडिया में ओबीसी कितने हैं। आदिवासी, दलित कितने हैं। एक नहीं दिखेगा क्योंकि मीडिया में ना दलित है, ना आदिवासी है ना पिछड़ा वर्ग का कोई है। वहीं हालत हिंदुस्तान की बड़ी कंपनियों में है। वहां आपको दलित नहीं मिलेगा आदिवासी नहीं मिलेगा। दिल्ली की सरकार को 90 लोग चलाते हैं आईएएस अफसर हैं। मैंने पता लगाया ये 90 लोग बजट बांटते हैं। मैंने पता लगाया 90 लोग निर्णय लेते हैं पैसा कहां जाएगा। 90 अफसरों में एक अफसर आदिवासी था, 3 अफसर दलित थे और 3 अफसर पिछड़े वर्ग के थे। हिंदुस्तान की सरकार बजट में 100 रुपया खर्च करती है तो आदिवासी वर्ग के अफसर 100 रुपये में से 10 पैसे खर्च करते हैं। दलित अफसर 100 रुपया में से 1 रुपया का निर्णय दलित लेते हैं। पिछड़े वर्ग के लोग 5 रुपये का निर्णय लेते हैं। आपकी आबादी 50 प्रतिशत और आपकी भागीदारी 5 रुपये।
आप जीएसटी देते हो, आप देश को भोजन देते हो, आप मजदूरी करते हो। और जब भागीदारी की बात आती है तो आप कहीं नहीं दिखते। पीएम कहते हैं कि मै ओबीसी हूं, इसका क्या मतलब है। पीएम ने अरबपतियों को 16 लाख करोड़ माफ किया है। मैं आपसे पूछ रहा हूं कि नरेंद्र मोदी जी ने पिछड़े वर्ग के लिए क्या किया, दलितों के लिए क्या किया, कितने किसानों का कर्जा माफ किया। महाराष्ट्र में चुनाव चल रहा है। बंबई में जमीन है। धारावी में जमीन है। 1 लाख करोड़ रुपये की जमीन है। देश की सबसे महंगी जमीन। नरेंद्र मोदी जी और महाराष्ट्र की सरकार वो जमीन अडाणी जी को देने की कोशिश कर रहे हैं। जितनी जीएसटी आप देते हो उतनी ही जीएसटी अडाणी जी देते हैं। ये मीडिया वाले अंबानी के हैं, अडाणी के हैं, अरबपतियों के हैं। 16 लाख करोड़ रुपये अरबपतियों को मोदी जी ने दिया।
जितना पैसा मोदी जी ने अरबपतियों को दिया है ना उतना मैं आपके बैंक अकाउंट में डालने जा रहा हूं। हम यहां जाति जनगणना करने जा रहे हैं। दूध का दूध पानी हो जाएगा। पता लग जाएगा किसकी कितनी भागीदारी है। झारखंड में हम जाति जनगणना करेंगे। झारखंड की महिलाओं के लिए झारखंड सरकार पहली तारीख को 2500 रुपया डाल दिया होगा। 450 रुपये का सिलेंडर हो जाएगा। झारखंड में हमने निर्णय ले लिया है। बीजेपी ने पिछड़े वर्ग का आरक्षण 27 से 14 प्रतिशत कर दिया। झारखंड में एसटी का आरक्षण 26 प्रतिशत से 28 प्रतिशत होगा। एससी का 10 प्रतिशत से 12 प्रतिशत होगा। और पिछड़ा वर्ग का 14 प्रतिशत से 27 प्रतिशत होगा। जितना पैसा मोदी जी अरबपतियों को दे रहे हैं उतना हम आपको देंगे। इसलिए हमारा पहला काम है महिलाओं के खाते में में 2500 खटाखट। 7 किलो राशन हर गरीब नागरिक को मिलेगा। किसानों के लिए धान की एमएसपी 3200 रुपये होगी। 15 लाख तक का स्वास्थय बीमा मिलेगा। 10 लाख युवाओं को अगले पांच साल में हम रोजगार देने का काम करेंगे।