द फॉलोअप डेस्क
नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आज सिमडेगा में चुनावी सभा को संबोधित किया। इस दौरान अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि इस चुनाव में इंडिया गठबंधन संविधान को बचाने में जुटी है, जबकि बीजेपी संविधान को खत्म करना चाहती है। महागठबंधन और कांग्रेस चाहती है कि समाज में समानता हो और देश को संविधान के माध्यम से चलाया जाए। लेकिन बीजेपी ऐसा नहीं चाहती। इस संविधान में आदिवासी, दलित और पिछड़े वर्ग के लोगों की सुरक्षा निहित है। लेकिन बीजेपी इसे खत्म कर बिरसा मुंडा की सोच को दबाना चाहती है, बाबा साहब अंबेडकर और महात्मा गांधी के विचारों को खत्म करना चाहती है।बीजेपी आदिवासी को वनवासी कहती है
अपने संबोधन में राहुल ने कहा कि बिरसा मुंडा ने आदिवासियों के जल, जंगल और जमीन को बचाने के लिए संघर्ष किया था। लेकिन बीजेपी आदिवासी को वनवासी कहती है। ऐसा इसलिए क्योंकि बीजेपी के लोग आपका जल, जंगल और जमीन छीनना चाहते हैं। इसलिए वो आपको वनवासी कहते हैं। आदिवासी का मतलब है, उस जगह का सबसे पहला मालिक। इसलिए कांग्रेस आपको आदिवासी कहती है। आपको यहां के जल, जंगल और जमीन में पहला अधिकार मिलना चाहिए। वनवासी का मतलब है कि आप जंगल में रहते हो। इसलिए आपका जल, जंगल और जमीन पर कोई अधिकार नहीं है। हम कहते हैं कि संविधान में आपको वनवासी शब्द कहीं नहीं मिलेगा। संविधान बनाने वाले कहना चाहते हैं कि जल, जंगल, जमीन आपका है। इसलिए यह लड़ाई संविधान बचाने की है। इसमें एक तरफ वो लोग हैं, जो आपका आदर करते हैं और दूसरी तरफ वो लोग हैं, जो आपका अधिकार छीनना चाहते हैं। इसमें बीजेपी, आरएसएस, अडानी और अंबानी शामिल हैं। इसलिए बीजेपी आदिवासी को वनवासी कहती है।