बोकारो
ललपनिया के निकट लुगू पहाड़ पर DVC के पंप स्टोरेज प्रोजेक्ट का विऱोध मुखर हो गया है। प्रोजेक्ट के विऱोध में पूरे झारखंड से यहां संथाली आदिवासियों का आक्रोश महाजुटान शुरू हो गया है। संथाली आदिवासी इस प्रोजेक्ट को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं। उनका कहना है कि लुगू पहाड़ सदियों से उनकी आस्था औऱ परंपरा का प्रतीक रहा है। पंप स्टोरेज प्रोजेक्ट से लुगू पहाड़ का वातावरण दूषित होगा, जिसे आदिवासी समाज बर्दाश्त नहीं करेगा। आक्रोश महाजुटान में राज्य के सभी हिस्सों से आदिवासी समाज के लोग यहां पहुंच रहे हैं। समाचार लिखे जाने तक जुटान स्थल पर पुलिस नहीं पहुंची है।
सीएम से मिलकर विरोध दर्ज करा चुका है आदिवासी समाज
संथाली आदिवासी अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत यहां जमा हो रहे हैं। आदिवासी समाज के लोग प्रोजेक्ट का विरोध इसके प्रस्ताव के समय से ही कर रहे हैं। इसके विरोध में आदिवासियों का एक प्रतिनिधिमंडल सीएम हेमंत सोरेन से मिलकर विरोध दर्ज करा चुके हैं। बता दें कि लुगू पहाड़ झारखंड के संथाली आदिवासियों का ऐतिहासिक और प्रमुख तीर्थ स्थल है। इसी पहाड़ पर आदिवासियों का पवित्र महाधर्म स्थल मौजूद है। इसे आदिवासी समाज लुगूबुरु घांटाबाड़ी धोरोमगाढ़ के नाम से पुकारते हैं। आस्था का यह केंद्र पहाड़ की एक गुफा में है। इस स्थान को पूरी दुनिया में जाना जाता है। लुगू पहाड़ पर प्रत्येक अमावस्या औऱ कार्तिक पूर्णिमा को आदिवासी अपनी आस्था प्रकट करने पहुंचते हैं।
प्राकृतिक धरोहर की रक्षा करना नैतिक जिम्मेदारी
आदिवासियों का कहना है कि प्राकृतिक धऱोहर की रक्षा करना उनकी प्राथमिकता में शामिल रहा है। लुगू पहाड़ पर वे किसी भी ऐसे प्रोजेक्ट का विरोध करेंगे, जिससे उनके प्राकृतिक धरोहर औऱ आस्था पर चोट पहुंचती हो। लुगू पहाड़ के अस्तित्व को सुरक्षित रखना आदिवासी समाज की नैतिक जिम्मेदारी है। इस बाबत उनको मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओऱ से सहयोगा का आश्वासन भी मिला है। लेकिन अब तक DVC के प्रोजेक्ट को बंद करने की घोषणा नहीं हुई है। इससे संथाली आदिवासी समाज में आक्रोश व्याप्त है।