द फॉलोअप डेस्कः
मेहरमा थाना, बिहार व गोड्डा की उत्पाद पुलिस मेहरमा के वाजितपुर गांव में देसी व महुआ शराब नष्ट करने गई थी। कार्रवाई के दौरान पुलिस और आबकारी विभाग की टीम के साथ आदिवासी महिलाओं की झड़प हो गयी। आरोप है कि पुलिस ने आदिवासी महिलाओं के साथ मारपीट की। आदिवासी महिलाओं ने खुलकर पूरी घटना के बारे में बताया है। महिलाओं का कहना है कि पुलिस ने हमारे साथ बर्बरता की। दावा है कि इसमें 2 आदिवासी महिलायें घायल हो गयी। आरोप है कि छापेमारी के दौरान पुलिससोनेलाल टुडू के घर में घुसकर शराब बनाने वाली भट्ठी और करीब 10 लीटर शराब को नष्ट करने के दौरान घर का दरवाजा तोड़ने लगी। इसी बीच सोनेलाल की पत्नी संझली किस्कू (45 वर्ष) व बहू सोनाली मुर्मू (20 वर्ष) द्वारा घर का ताला तोड़ने का विरोध करने पर पुलिस ने उनको पीटा।
ताला तोड़कर जेवर निकाल लेने का आरोप
घटना के बाद ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए पुलिस वहां से चली गयी। दोनों महिलाओं का इलाज कराया गया। महागामा एसडीओ राजीव कुमार को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। एसडीओ ने घायल महिला से पूछताछ की। घायल महिला ने एसडीओ को बताया कि आदिवासी समाज में बच्चे के जन्म के कुछ दिन बाद बलि चढ़ाने व शराब पीने की परंपरा है। इसको लेकर शराब तैयार किया गया था। इसी बीच पुलिस द्वारा घर में घुसकर शराब भट्ठी व शराब को नष्ट कर दिया गया। कार्रवाई के बाद पुलिस घर का ताला तोड़ रही थी। मना करने पर पुलिस ने मारपीट की और घर के अंदर पड़े बक्से से 25 हजार नकद व चांदी के जेवरात भी निकाल लिए।
घायल महिला ने एसडीओ को जख्म भी दिखाया। एसडीओ ने प्रखंड विकास पदाधिकारी और मेहरमा थाना प्रभारी को मामले की गहन जांच करने का निर्देश दिया है। महिला ने इस घटना को लेकर थाना में दोषियों पर कार्रवाई को लेकर आवेदन दिया है। घायल महिला ने आरोप लगाते हुए कहा है कि छापेमारी के दौरान एक भी महिला पुलिस नहीं थी।महागामा एसडीओ राजीव कुमार ने कहा है कि घटना निंदनीय है। इसको लेकर बीडीओ व थाना प्रभारी को जांच करने का निर्देश दिया गया है। अगर छापेमारी के दौरान महिला पुलिस नहीं है और महिला के साथ पुरुष पुलिस द्वारा मारपीट की गयी है तो दोषियों पर कार्रवाई होगी।
क्या कहते हैं थाना प्रभारी
छापेमारी में उत्पाद विभाग गोड्डा व बिहार की पुलिस शामिल थी। मेहरमा की पुलिस नहीं थी। जांच की जायेगी। जांच के दौरान जो भी दोषी होंगे, उसके ऊपर कार्रवाई के लिए वरीय पदाधिकारी को लिखा जाएगा। - नीतीश अश्विनी, थाना प्रभारी