द फॉलोअप डेस्क
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ता 10वीं बोर्ड की परीक्षा में हिंदी और विज्ञान के पेपर लीक मामले पर निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर जैक कार्यालय पहुंचे थे। इस दौरान पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया और संगठन के मंत्री ऋतुराज सहदेव और सौरभ यादव को गिरफ्तार कर लिया।
एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि वे शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगों को लेकर जैक अध्यक्ष से मिल रहे थे, लेकिन प्रशासन ने सरकार के दबाव में आकर उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की। संगठन की केंद्रीय कार्य समिति की सदस्य दिशा दित्या ने कहा कि उनका संगठन हमेशा छात्रों की आवाज उठाता है, और सरकार लाठीचार्ज या गिरफ्तारियों के जरिए इसे नहीं दबा सकती।
रांची जिला संयोजक पवन नाग ने कहा कि झारखंड सरकार पूरी तरह से गैर-लोकतांत्रिक तरीके से काम कर रही है। छात्रों की आवाज को दबाने के लिए प्रशासन का गलत तरीके से उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि एबीवीपी के कार्यकर्ता इस मुद्दे पर सरकार के खिलाफ संघर्ष के लिए तैयार हैं और झारखंड के छात्रों का नेतृत्व हर परिस्थिति में करेंगे।