द फॉलोअप डेस्कः
पीएम मोदी आज चतरा के सिमरिया में चुनावी प्रचार में पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि चतरा की धरती पर ये जनसैलाब उमड़ा है। पंडाल के भीतर से चार गुना ज्यादा बाहर हैं। आपका ये उत्साह और स्नेह 4 जून को परिणाम क्या आने वाला है, जो भी अभी दुविधा में हैं, वो आकर यहां देख लें। 4 जून को नतीजे क्या होंगे ये चतरा की धरती से आपको दिखाई देगा। साथियों, 3 चरणों के चुनाव के बाद ही कांग्रेस और उसके साथियों ने एक तरह से अपनी हार स्वीकार कर ली है। इंडिया गठबंधन के एक बड़े नेता ने कहा है । बयान को 3 दिन हो गये। जो लोग राजनीति के जानकार हैं, उनकी नजर उस तरफ गई नहीं, ऐसा लगता है। मेरे हिसाब से उनका ये बयान बहुत ही सोचा समझा बयान है। और बहुत ही निराशा से पैदा हुआ बयान है।
एक बड़े नेता ने कहा है कि इंडिया अलायंस के साथ जुड़ी क्षेत्रीय पार्टियां हैं, उन सबने कांग्रेस में विलय कर देना चाहिए। ये बयान कांग्रेस के नेता का नहीं है। छोटी पार्टी के बड़े नेता का बयान है। कहा है कि झामुमो जैसे छोटे दलों को अपना विलय कांग्रेस में कर देना चाहिए। मैं सोच रहा था कि उन्होंने ऐसा सुझाव क्यों दिया। उनके मन में इतनी हताशा, निराशा घर कर गई है कि 4 जून के बाद अपनी पार्टी का अस्तित्व मिटाकर, कुछ दिन गुजारा करने के लिए वो सोच रहे हैं। वो क्षेत्रीय पार्टियों का अस्तित्व खत्म करना चाहते हैं। सोचने के बाद, पिछले 3 चरण के वोटिंग के रुझान के बाद मुझे बराबर समझ आया कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा। उनके मन में पक्का हो गया है कि कांग्रेस और उसके साथ मिलकर भी मान्य विपक्ष को जितनी सीटें चाहिए, जो 10 फीसदी होती है, इतनी भी नहीं आयेगी।
यदि विलय कर देंगे तो फिर हमारे पूरे समूह को हो सकता है, मान्य विपक्ष के रूप में मान्यता मिल जाये। आप देखिए, देश की जनता ने तिकड़म लड़ाने वालों को कैसा सबक सिखाया। 3 चरणों में ही ऐसा सबकसिखाया है कि वे विलय करके मान्य विपक्ष के लिए जगह ढूंढ़ रहे हैं। मैं देशवासियों को एडवांस में बधाई देता हूं। मैं अभी ओडिशा से आ रहा हं। उससे पहले तेलांगना में था। ओडिशा, आंध्र, तेलांगना में मैं साथियों बड़ी जिम्मेवारी के साथ करता हूं कि इस चुनाव के साथ जहां विधानसभा के चुनाव भी चल रहे हैं। सिर्फ दिल्ली में पार करेंगे, इतना ही नहीं विधानसभा में भी भारी बहुमत से एनडीए की सरकार बनेगी। शाहजादे और उनकी पार्टी उनकी उम से भी कम सीटें मिलेंगी। आज एक ही विश्वास के साथ देश के कोने-कोने से आवाज आ रही है कि फिर एकबार मोदी सरकार।