सिसई
सिसई में गांडेय विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन ने मंईयां सम्मान यात्रा के दौरान सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हेमंत सरकार आज इतनी योजनाएं ला रही है कि जनता किसी न किसी योजना से मरने तक जुड़ी रहती है। कहा हम इस मंईयां सम्मान यात्रा में निकले हैं। हम लगातार इस यात्रा में आगे बढ़ रहे हैं। कहा कि इस यात्रा के जरिये हम लोगों से जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं। कल्पना ने बीजेपी पर हमला कते हुए कहा, बीजेपी दरअसल PIL मास्टर गैंग बन गयी है। उन्होंने कहा, हमारे पूर्वज सालों पहले से जानते थे कि वन ही हमारे जीवन को बचा सकता है। पेड़ ही हमारी रक्षा कर सकते हैं। इसलिए हम दशकों पहले से वन यानी प्रकृति की पूजा करते आये हैं। पेड़ की वंदना करते आये हैं। कहा कि हम इसे सजोते आये है। कल्पना ने आगे कहा कि इसीलिए हमारी संस्कृति, भाषा और परंपरा बची हुई है औऱ यही हमारा गुमान और गर्व है। कहा कि भाषा का ख्याल रखते हुए हमारी सरकार ने कई काम किये हैं। कुड़ुख भाषा पर बोलते हुए कहा कि सीएम हेमंत सोरेन ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है कि कुड़ुख भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाये। कहा कि हेमंत अपनी भाषा औऱ संस्कृति को बचाने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं और वे तब तक लड़ते रहेंगे जब तक कि हमारी भाषा और संस्कृति व समृद्धि को पहचान नहीं मिल जाये। कहा कि आने वाली पीढ़ी क्या सिखेगी अगर हमारी भाषा ही नहीं बचेगी। हमारी संस्कृति ही समाप्त हो जायेगी। सीएम हेमंत इस बात को अच्छी तरह से समझ रहे हैं। इसलिए वे इस लड़ाई को लड़ रहे हैं।
कल्पना ने आगे कहा कि राज्य की विपक्षी पार्टियां हमारे काम से किस तरह से परेशान हो गये हैं। इनको कभी भी झारखंड की झाऱखंडियत और आदिवासियत पसंद नहीं आती है। कहा 2019 में जब इनकी सरकार बनी तो इन्होंने राज्य के अल्पसंख्यक स्कूलों में शिक्षकों की बहाली बंद कर दी। कहा कि आज चाहे गुमला हो, लोहरदगा हो, सिसई हो, इन स्थानों पर शिक्षा का स्तर मजबूत करने का काम हमने किया है। कहा कि विपक्ष नहीं चाहता है कि हम शिक्षित हों। लेकिन हेमंत सोरेन ने इन स्कूलों में शिक्षकों की बहाली शुरू की। क्योंकि वो जानते हैं कि झारखंड को आगे बढ़ना है तो हमारी पीढी को शिक्षित होना होगा। इस काम में हमारे विद्यालय और हमारे शिक्षक बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। कहा कि विपक्षी की सरकार हजारों हजार स्कूल बंद करा देती है। लेकिन हमारी सरकार सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस खोलती हैं। कहा बच्चियों को पढ़ाने के लिए सावित्री बाई फूले योजना शुरू करते हैं। कहा कि इस योजना का उद्देश्य ही है राज्य की बच्चियों को, वे जहां तक चाहती हैं, वहां तक पढ़ाई करें। सरकार उनके साथ खड़ी है। कहा हमारी सरकार, अपनी सरकार, आबुआ सरकार नियोजन नीति लाती है, सरना धरम कोड लाती है और पिछड़ों के लिए आरक्षण लाती है। कहा सरना धर्म कोड हमारी पहचान और हमारी संस्कृति है। कहा हम इस विधेयक को विधानसभा से पारित कराते हैं और ये लोग इसे आगे जाकर रोक देते हैं। बीजेपी नहीं चाहती है कि हमारा अस्तित्व बचे। हमारा अपना सरना धर्म कोड हो।
कहा कि जिनको हमारी भाषा, हमारी संस्कृति समझ में नहीं आती, वो क्या हमारे अस्तित्व की रक्षा करेंगे। कहा आपके हेमंत सोरेन ने आधी आबादी के लिए ऐसी गाढी और गहरी लकीर खींची है कि इसे अब कोई नहीं मिटा सकता। मंईयां सम्मान योजना के जरिये पहली बार ये काम राज्य में किया गया है। कहा कि विपक्ष को ये कभी नहीं सुहाता है। वे अपने दिमाग से कोई नीति बनाकर नहीं लाते हैं। कहा, हमारी नीतियों में, हमारे काम में रोड़ा कैसे बनना है, ये काम इनको खूब आता है। कहा मंईयां सम्मान योजना के लिए इन्होंने PIL कर दिया। नियोजन नीति के खिलाफ कोर्ट चले गये। कल्पना ने कहा कि किसी भी योजना को लेकर विपक्ष PIL दायर कर देते हैं। मैं आपको बताना चाहूंगी कि विपक्ष PIL मास्टर गैंग हो गया है। कहा ये नहीं चाहते हैं कि हमारा झारखंड पहले नंबर पर आये। ये क्या चाहते हैं, वो मैं आपको बताती हूं। ये चाहते हैं कि यहां की जमीन के अंदर के खनिज को दूसरे राज्यों में लेकर जायेंगे। लेकिन हम अगर अपना बकाया 1 लाख 36 हजार करोड़ मांगते हैं तो इनको तकलीफ हो जाती है। कहा, ये पैसा आपका है और इसे वापस लाने के लिए हेमंत सोरेन लगातार लड़ाई लड़ रहे हैं। कहा हमारा खनिज, हमारा खजाना लेकिन हमें इसकी रॉयल्टी का पैसा नहीं मिल रहा है। झारखंड के साथ हमेशा भेदभाव किया गया। भेदभाव में हमें उपर रखा जाता है। लेकिन जब कुछ मिलना होता है तो हम निम्न स्तर पर आ जाते हैं।
कहा झारखंड सरकार का मनरेगा का पैसा भी केंद्र सरकार के पास करोड़ों रुपया बाकी है। कहा कि ये नहीं चाहते हैं कि झारखंड के लोग खुशहाल हों। कहा विपक्ष के पास यहां की खनिज के लिए प्लान है, लेकिन यहां की जनता कैसे खुशहाल हो, इसके लिए इनके पास कोई प्लान नहीं है।