रांची:
डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले में सजायाक्ता आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव फिलहाल रिम्स के पेईंग वार्ड में भर्ती हैं। शिकायत मिल रही है कि पेईंग वार्ड में जेल मैन्युअल की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। नियमों का उल्लंघन कर लोग धड़ल्ले से लालू प्रसाद यादव से मुलाकात कर रहे हैं। नियम के मुताबिक लालू प्रसाद यादव के वार्ड में फोन ले जाना मना है लेकिन ताजा तस्वीरों में साफ दिखता है कि एक व्यक्ति मोबाइल लेकर उनके वार्ड में जा रहा है। इसका नाम इरफान अंसारी है।
लालू के वार्ड में फोन ले जाना मना है
गौरतलब है कि रिम्स के पेइंग वार्ड में बकायदा सुरक्षा के दृष्टिकोण से मजिस्ट्रेट और पुलिस के जवान मौजूद हैं। नियम के मुताबिक बिना इजाजत लिए कोई भी वहां नहीं जा सकता। अपने साथ मोबाइल फोन नहीं ले जा सकता। बावजूद इसके इरफान अंसारी ने फोन लेकर लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की। जानकारी मिली है कि इरफान अंसारी रोज ऐसा कर रहे हैं। शनिवार को वो कैमरे में फोन के साथ कैद किए गये। रिम्स बंगले में भी इरफान अंसारी लालू यादव के सेवादार थे।
पेईंग वार्ड में जेल मैन्युअल का उल्लंघन
आरजेडी प्रमुख पर आरोप है कि 24 नवंबर 2020 को उन्होंने जिस फोन के जरिये पीरपैंती से बीजेपी विधायक ललन पासवान को सरकार गिराने के लिए प्रलोभन दिया था, वो फोन भी इरफान अंसारी का ही था। जब बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया तो वो मोबाइल बंद हो गया। इसके बाद इरफान अंसारी भी नहीं दिखे। अब चूंकि, लालू यादव दोबारा रिम्स के पेइंग वार्ड में भर्ती हैं तो इरफान दोबारा वहां दिखने लगे हैं। वो जेल मैन्युअल का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं।
लालू के सेवादारों में इरफान का नाम नहीं
दैनिक भास्कर में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक जब लालू की सुरक्षा में तैनात मजिस्ट्रेट विकास कुमार पांडेय से इस बाबत सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं इरफान को नहीं जानता। उन्होंने कहा कि यदि इरफान लालू यादव से मिल रहा है तो इसकी जांच की जायेगी। इधर जेल अधीक्षक हामिद अख्तर का कहना है कि लालू यादव की अनुशंसा पर उनकी सेवा के लिए 2 सेवादार तैनात किए गये हैं।
उनका नाम लक्ष्मण और असगर है। यदि कोई तीसरा व्यक्ति लालू प्रसाद यादव से मिल रहा है और मोबाइल लेकर पेइंग वार्ड में पहुंच रहा है तो ये जेल मैन्युअल का उल्लंगन है। इरफान अंसारी नाम का कोई भी व्यक्ति लालू का सेवादार नहीं है।