रांची:
विधानसभा में सोमवार को दूसरी पाली के दौरान समय आवंटन को लेकर विपक्ष के विधायकों ने जमकर बवाल काटा। सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा चल रही थी। इसी दौरान आसान से लगातार सत्ता पक्ष के तीन विधायकों को बोलने के लिए समय दिया गया। पहले झामुमो विधायक सुदिव्य सोनू, इसके बाद कांग्रेस के इरफान अंसारी और इसके बाद प्रदीप यादव को बोलने का समय दिया गया।
सत्ता पक्ष को लगातार मौका मिलने से नाराजगी
लगातार 1 घंटे तक सत्ता पक्ष के विधायकों को समय दिया जाना विपक्ष को नागवार गुजरा। विपक्ष के विधायकों ने इसका विरोध किया। विपक्ष के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण, नवीन जयसवाल, मनीष जयसवाल, केदार हाजरा, अनंत ओझा, नीलकंठ सिंह मुंडा समेत कई सदस्य इसका विरोध किया। विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा कि परंपरा यह है कि एक सदस्य सत्ता पक्ष के बोलते हैं तो दूसरे वक्ता के रूप में विपक्ष के सदस्यों को बुलाया जाता है।
बीजेपी विधायकों ने बताया अधिकारों का हनन
बीजेपी विधायकों ने कहा कि लगातार सत्ता पक्ष के 3 सदस्यों को समय देकर विपक्ष के अधिकार का हनन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब विपक्ष को बोलने का समय नहीं मिलेगा तो सदन में रहने का कोई औचित्य नहीं है। बाद में पीठासीन पदाधिकारी स्टीफन मरांडी ने भाजपा विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा को बोलने का समय दिया और तब जाकर हंगामा शांत हुआ।