डेस्क:
रांची विश्वविद्यालय के सिंडीकेट में आउटसोर्सिंग से सम्बंधित विषयों का पूर्व सीनेट और सिंडीकेट सदस्यों ने विरोध किया है। पूर्व सीनेट सह पूर्व निर्वाचित सिंडीकेट सदस्य डॉ. अटल पांडेय ने कहा कि रांची विश्वविद्यालय में परीक्षा विभाग, कर्मचारियों की नियुक्ति, सुरक्षा गार्डों की नियुक्ति आदी विश्वविद्यालय विरोधी निर्णयों का हम विरोध करते हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय स्वायत्त संस्था है।
यूनिवर्सिटी की शक्तियों को कम करने का प्रयास!
डॉ. पांडेय ने कहा कि यूनिवर्सिटी की शक्तियों को कम करने का प्रयास लगातार जारी है। उसी क्रम में वर्तमान कुलपति भी आउटसोर्सिंग कंपनी को लाकर विश्वविद्यालय का निजीककरण करने पर उतारू हैं। वर्तमान में विश्वविद्यालय के सिंडीकेट में सरकार एवं राजभवन का कोई प्रतिनिधि नहीं है। केवल विश्वविद्यालय के अधिकारी हैं। जो कुलपति की हां में हां मिलाते रहते हैं।
कुलपति के गलत निर्णय का विरोध कौन करेगा!
डॉ. अटल पांडेय ने कहा कि कुलपति के ग़लत निर्णयों का विरोध करने वाला कोई नहीं है। सरकार और राजभवन को अविलंब इस ओर ध्यान देने की जरूरत है। कुलपति के इस निर्णय का विरोध माननीय मुख्यमंत्री और राज्यपाल महोदय से भी किया जाएगा। पूर्व सिंडीकेट सदस्य अर्जुन राम ने कहा कि अगर विश्वविद्यालय में आउटसोर्सिंग कंपनी को लाया गया तो विश्वविद्यालय का सारा कार्य ठप करा देंगे और कुलपति भगाओ अभियान चलाएंगे।