रांचीः
सरस्वती पूजा के विसर्जन के दौरान हजारीबाग के बरही में एक रुपेश पांडे नामक नाबालिग की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले को मॉब लिंचिंग के तहत देखा जा रहा है। आज इस मामले में सुनवाई हुई जहां हाईकोर्ट ने इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया। रितेश पांडे की मां जांच से असंतुष्ट थी इसलिए उनकी मांग थी कि उनके बेटे की हत्या मामले को किसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराया जाए जिसके बाद आज ही आदेश दे दिया गया कि रितेश पांडे हत्याकांड को अब सीबीआई के हवाले कर दिया जाए। कोर्ट ने यह भी आदेश दिया कि इस मामले में जांच के दौरान किसी के द्वारा किसी भी तरह की परेशानी पहुंचाई जाए तो तुरंत इस बात से अवगत कराएं। बता दें कि ये मामले बरही थाना में दर्ज है। आज की सुनवाई न्यायधीश एस के द्विवेदी की अदालत में हुई। अदालत ने सभी पक्षों को सुनने के बाद फैसला सुनाया । मृतक रूपेश की मां ने हाईकोर्ट में रिट याचिका दाखिल की थी।
क्या है मामला
रूपेश पांडेय अपने माता-पिता की इकलौती संतान था, जो शाम को सरस्वती विसर्जन जुलूस में शामिल होने गए थे। जब जुलूस हजारीबाग के बरही थाना में नईटांड गाँव में लखना दूलमाहा इमामबाड़ा के पास से गुज़र रहा था तो वहां के विशेष समुदाय के युवकों ने जुलूस में शामिल लोगों से अपशब्द कहे जिसके बाद दोनों गुटों में कहा-सुनी हो गई और विशेष समुदाय पक्ष ने सरस्वती विसर्जन जुलुस में शामिल लोगों को मरना-पीटना चालू कर दिया। इसी दौरान रूपेश को भी कुछ युवकों ने बेरहमी से पीटा जिसमें उन्हें गंभीर चोटें आई। उसे तुरंत अस्पताल भी ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई