रांची:
गोड्डा से भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने त्रिकुट रोपवे हादसे की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री में जनता के प्रति थोड़ी भी सहानुभूति है तो हादसे की जांच सीबीआई से कराना चाहिए। इस बीच सांसद ने देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री पर भी निशाना साधा। सांसद ने प्रेस वार्ता में कहा कि त्रिकुट पहाड़ी पर दामोदर रोपवे के देखरेख में रोपवे का संचालन किया जा रहा था। एग्रीमेंट 2019 में ही खत्म हो चुका था। अवैध रूप से इसका संचालन किया जा रहा था।
उपायुक्त पर सांसद ने क्यों उठाया सवाल!
निशिकांत दुबे ने कहा कि उपायुक्त ने समय रहते कार्रवाई क्यों नहीं की। सांसद ने कहा कि बीते 3 साल से रोपवे अवैध रूप से संचालित हो रहा था। इस बीच सांसद निशिकांत दुबे ने उपायुक्त के कोलकाता दौरा तथा हवाई दौरों का ब्यौरा सार्वजनिक करने की मांग की। सासंद ने आरोप लगाया कि हादसे के कई घंटे बाद भी जिला प्रशासन ने मुख्य सचिव को सूचना नहीं दी। सीबीआई जांच होनी चाहिए।
रविवार को हुआ था त्रिकुट रोपवे हादसा
गौरतलब है कि बीते रविवार को देवघर स्थित त्रिकुट पहाड़ी पर संचालित रोपवे हादसे का शिकार हो गया। शिफ्ट टूट जाने की वजह से कुछ ट्रॉली नीचे आ गिरी वहीं कुछ ट्रॉलियां आपस में टकरा गईं। हादसे में तुरंत एक महिला की मौत हो गई। बाद में सेना, वायुसेना, एनडीआरएफ और आईटीबीपी जवानों की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। तकरीबन 45 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद 48 लोगों को बचाया गया। 3 लोगों की मौत हो गई। एक महिला की मौत पहले ही हो गई थी जबकि अन्य 2 लोगों की रेस्क्यू के दौरान मौत हो गई।
मुख्यमंत्री ने पीड़ितों के लिए मुआवजे का एलान किया
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये मुआवजा देने का एलान किया है। मुख्यमंत्री ने ये भी कहा है कि घटना की उच्चस्तरीय जांच कराई जाएगी। जो लोग भी हादसे के लिए जिम्मेदार पाए जाएंगे उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। इस बीच मुख्यमंत्री ने रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे जवानों का शुक्रिया भी अदा किया है।