द फॉलोअप डेस्क
झारखंड के युवाओं में नशे की बढ़ती लत को समाप्त करने के लिए कानून की कड़ी धाराओं के साथ साथ व्यापक जनजागरुकता का भी प्रसार किया जा रहा है। इसी क्रम में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो रांची ईकाई , अगधबोध फाउंडेशन और प्रेझा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आई टी आई कौशल महाविद्यालय रांची में जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। अगधबोध फाउंडेशन के निदेशक प्रदीप गुप्ता ने छात्राओं को नशीली दवाओं और ड्रग्स के दुष्प्रभावों से दूर रहकर बेहतर करियर संवारने और समाजिक जीवन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने की आवश्यकता पर बल दिया।
नशे की लत के दुष्परिणाम बताये
एनसीबी रांची ईकाई के अधीक्षक सैयद शारिक उमर ने ड्रग्स के दुष्प्रभावों , बचाव और इनसे संबंधित कड़े दंड प्रावधानों के बारे में विस्तार से अवगत कराया। आगामी 26 जून को मनाए जाने वाले नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस को ध्यान में रखकर उपस्थित 200 से अधिक छात्राओं और सहभागियों को नशा मुक्ति के लिए शपथ दिलाई गई . 'जीवन को हां, नशे को ना' के उद्घोष से नशे का पूरे झारखंड से उन्मूलन करने का निश्चय किया गया।
इन लोगों ने खूब मेहनत की
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में कौशल महाविद्यालय के निदेशक साकेश सिंह ,इंस्पेक्टर राकेश गोस्वामी उपनिरीक्षक सोनू , अगध बोध फाउंडेशन के प्रोजेक्ट हेड गौरव महतो, अंजलि सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा।