logo

लाल गलियारा : राइफल-गोली छोड़कर भागे नक्सली,  माओवादियों की तलाश में चप्पे-चप्पे की खाक छान रहे हैं सुरक्षा बल के जवान

naxalite.jpg

लोहरदगा:
लोहरदगा के सुदूरवर्ती पेशरार थाना क्षेत्र के बुलबुल जंगल और उसके आसपास के जंगलों में सुरक्षा बल के जवान चप्पे-चप्पे की खाक छान रहे हैं। नक्सलियों की टोह में सुरक्षा बल की ओर से अलग-अलग टुकड़ों में बंटकर छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। लोहरदगा में रविवार को भी मुठभेड़ की घटना हुई। इस मुठभेड़ की घटना के बाद सर्च ऑपरेशन में सुरक्षाबलों को नक्सलियों के कई सामान मिले हैं। जिसमें हथियार, कारतूस सहित अन्य सामान बरामद किए गए हैं। सुरक्षा बलों का हौसला बुलंद है।

 

यह भी पढ़ें:

लोहरदगा के बुलबुल जंगल में तीन दिनों से छापेमारी जारी, मुठभेड़ में जख्मी हुए नक्सली

हालांकि पिछले दो दिनों के दौरान लैंडमाइंस विस्फोट की घटना में सीआरपीएफ के तीन जवान घायल हो गए थे। इसके बावजूद सीआरपीएफ जवानों का हौसला कम नहीं हुआ है। सीआरपीएफ और जिला पुलिस बल के वरीय पदाधिकारियों के नेतृत्व में लगातार अभियान चलाया जा रहा है। पिछले कई दिनों से सुरक्षा बल के जवान मेटल डिटेक्टर और श्वान दस्ता की मदद से लैंडमाइंस की तलाश भी कर रहे हैं। हालांकि इसमें बहुत ज्यादा कामयाबी नहीं मिली है, परंतु नक्सलियों का जो बंकर ध्वस्त किया गया है, वहां से नक्सलियों का कई सामान और विस्फोटक तैयार करने का सामान भी बरामद हुआ है। लोहरदगा में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में से यह अब तक का सबसे लंबा अभियान है। इस अभियान को अभी और भी लंबा चलने की उम्मीद की जा रही है।

 

क्या हुआ बरामद

जब मुठभेड़ के बाद नक्सली भाग खड़े हुए तो वो कई सामान छोड़ गए। जिसे पुलिस ने बरामद किया है। इसमें राइफल 1, मैगज़ीन 1, ज़िंदा गोली 10, इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, मोबाइल फोन सिम सहित, पिट्ठू और चाकू, बेल्ट, दवा, कपड़ा, दस्ताना,मोज़ा, खाने का सामान और नक्सली साहित्य शामिल है। पुलिस की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि
मुठभेड़ सुबह साढ़े 6 बजे से सवा 8 बजे तक हुई। इलाके में भाकपा माओवादी का रीजनल कमांडर रवींद्र गोंझु, जोनल कमांडर छोटू खेरवार, जोनल कमांडर बलराम उरांव और सब जोनल कमांडर रंथू भगत दस्ते के साथ छिपे हुए हैं।