द फॉलोअप डेस्क
भाकपा माओवादियों की ओर 22 दिसंबर यानि आज भारत बंद का ऐलान किया गया है। बंद शुरू होने से पहले ही नक्सलियों ने झारखंड के चाईबासा और छत्तीसगढ़ में जमकर उत्पात मचाया है। नक्सलियों ने गुरुवार देर रात चाईबासा जिले के गोइलकेरा और पोसैता स्टेशनों के बीच बम विस्फोट कर रेलवे ट्रैक उड़ा दिया। वहीं छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों ने गुरुवार को दो यात्री बसों में आग लगा दी। वहीं 3 दिन पहले नक्सलियों ने सुकमा में भी जमकर उत्पात मचाया था। कोंटा में NH-30 पर एक के बाद एक 2 ट्रकों और एक यात्री बस में आग लगा दी थी। साथ ही CG-तेलंगाना बॉर्डर पर एक कार को भी आग के हवाले किया था।
हावड़ा-मुंबई मुख्य रेलमार्ग से परिचालन ठप
झारखंड के चाईबासा जिले के गोइलकेरा और पोसैता स्टेशनों के बीच बम विस्फोट कर नक्सलियों ने रेलवे ट्रैक उड़ा दिया। घटना चक्रधरपुर रेल मंडल के गोइलकेरा और पोसैता रेलवे स्टेशनों के बीच कारो नदी के समीप पोल संख्या 356/29ए और 31ए के पास हुई है। घटना के बाद हावड़ा-मुंबई मुख्य रेलमार्ग में ट्रेनों का परिचालन पूरी ठप हो गया है। ट्रेन संख्या 18030 शालीमार-कुर्ला अप एक्सप्रेस ट्रेन को महादेवशाल स्टेशन पर रोका गया है। बाद में ट्रेन को गोइलकेरा रेलवे स्टेशन पर लाकर खड़ा कर दिया गया। इतना ही नहीं नक्सलियों ने डेरंवा स्टेशन के पास अप लाइन पर बैनर लगा रखा था। सुबह 6 बजे से हावड़ा मुंबई मुख्य मार्ग पर परिचालन पूरी तरह ठप है।
बीजापुर में फूंकी वाहनें
बीजापुर जिले में नक्सलियों ने एक दिन पहले उसूर ब्लॉक में 2 यात्री बसों को आग के हवाले कर दिया गया। नक्सलियों ने एक बस को आवापल्ली के नजदीक दुग्गईगुड़ा के पास फूंका, तो वहीं दूसरी बस को तिमापुर के पास जला दिया है। नक्सलियों की इस वारदात के बाद उसूर-बीजापुर सड़क बाधित हो गई थी। हालांकि मौके पर पहुंचे जवानों ने मार्ग बहाल करवा दिया है।
भारत बंद बुलाया
नक्सलियों ने क्षेत्र में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) द्वारा बुलाए गए बंद का समर्थन करने की अपील करते हुए सड़क पर पर्चे भी फेंके हैं। भाकपा (माओवादी) ने छत्तीसगढ़ और बिहार में पुलिस द्वारा अपने कार्यकर्ताओं की कथित हत्या के विरोध में 22 दिसंबर को 'भारत बंद' बुलाया है। नक्सलियों के भारत बंद का असर बस्तर में देखने को मिल रहा है। कांकेर जिले में कोयलीबेड़ा की तरफ जाने वाली बसों के पहिए थम गए हैं। इधर, बीजापुर में उसूर-आवापल्ली-बीजापुर मार्ग, दंतेवाड़ा में बारसूर होते हुए नारायणपुर और नारायणपुर जिला मुख्यालय से ओरछा की तरफ जाने वाली बसों के पहिए थमे हैं। सुकमा जिले के भी अंदरूनी इलाकों में चलने वाली यात्री बसें रुक गई हैं।