रांची
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जमशेदपुर दौरे के दौरान दिए गए बयानों पर झारखंड सरकार के माननीय मंत्री, डॉक्टर इरफान अंसारी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि पिछले 5 सालों से हमारा विभाग लगातार केंद्र सरकार से आवास की मांग करता रहा, लेकिन हमारी एक भी बात नहीं सुनी गई। अब जब चुनाव नजदीक हैं, तो प्रधानमंत्री मोदी की नींद अचानक खुली है और उन्हें गरीबों की याद आ रही है। यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि उनका असली मकसद गरीबों को आवास देना नहीं, बल्कि उन्हें ठगकर उनका वोट लेना है। भाजपा गरीबों के नाम पर साजिश रच रही है और जल्दीबाजी में घोषणाएं कर रही है। गरीबों के प्रति उनके मन में कोई दया या संवेदना नहीं है। 5 साल तक मोदी जी सोए रहे और उनकी नींद अब जाकर खुली है, जबकि जिन राज्यों में उनकी सरकार थी, वहां उन्होंने आवास देने का काम किया।
आगे मंत्री ने बताया कि हेमंत सोरेन सरकार ने हमेशा झारखंड के गरीबों और आदिवासियों के हितों के लिए केंद्र सरकार से सहयोग की मांग की है। विशेषकर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत झारखंड के लोगों के लिए आवास की मांग लगातार की गई। कोरोना महामारी के कठिन समय में भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्र से सहायता की अपील की, लेकिन केंद्र सरकार ने झारखंड की उपेक्षा करते हुए कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
अंसारी ने कहा, "केंद्र सरकार ने झारखंड के प्रति दोहरी नीति अपनाई है और हमारे राज्य को सभी महत्वपूर्ण योजनाओं से बाहर कर दिया। लेकिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गरीबों और वंचितों के लिए 'अबुआ आवास' योजना शुरू कर झारखंड के गरीबों को राहत दी है। आज राज्य के गरीब लोग इसका लाभ उठा रहे हैं, और उन्हें अब मोदी जी का आवास नहीं चाहिए। झारखंड के हर गरीब ने यह महसूस किया है कि राज्य के विकास और उनकी भलाई के लिए केंद्र सरकार से कोई सहयोग नहीं मिला है।
उन्होंने यह भी कहा कि जब चुनाव नजदीक हैं, तो प्रधानमंत्री मोदी को अचानक झारखंड की याद आ गई है, और अब वे राज्य के दौरे पर बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर रहे हैं। केंद्र की भाजपा सरकार ने हमेशा झारखंड के साथ सौतेला व्यवहार किया है। उन्हें गरीब, आदिवासी और मूलवासी लोगों से कोई मतलब नहीं है, बल्कि वे सिर्फ हमारे राज्य के जल, जंगल और जमीन पर नजर गड़ाए हुए हैं।