रांची
कांग्रेस नेता आलमगीर आलम ने कहा है कि हेमंत सोरेन के इस्तीफे और उनकी गिरफ्तारी के बाद जेएमएम सरकार को 47 विधायकों को समर्थन प्राप्त है। जेएमएम सरकार को कोई खतरा नहीं है। कहा कि गठबंधन में शामिल सभी विधायक एकजुट हैं। इन विधायकों की सहमति का पत्र, जिसनें विधायकों के हस्ताक्षर हैं, राज्यपाल को सौंप दिया गया है। साथ ही राज्यपाल के समक्ष नई सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया गया है। हालांकि राज्यपाल ने उनको खबर लिखे जाने तक सरकार बनाने के लिए आमंत्रित नहीं किया है।
चंपाई सोरेन के लोबिन का समर्थन नहीं
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद चंपाई सोरेन को विधायक दल का नेता घोषित किया गया है। चंपाई सोरेन ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद सरकार बनाने का दावा पेश किया है। इस बीच बोरियो से झामुमो विधायक औऱ वरिष्ठ नेता लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि मैं चंपाई सोरेन के नाम का समर्थन नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि झारखंड की सियासत में जो भी हो रहा है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि झारखंड गठन के 23 साल बाद अधिकांश समय तक यहां आदिवासी मुख्यमंत्री ही रहे हैं लेकिन बावजूद इसके आदिवासी बहुल राज्य की दुर्दशा देखकर दुख होता है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि सत्ता परिवर्तन हो रहा है तो शिबू सोरेन के परिवार का ही कोई सदस्य होता तो अच्छा रहता।