रांचीः
पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कोरोना की चौथी लहर की आशंका को देखते हुए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और स्वास्थ्य मंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की। हालांकि, इसमें झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन किसी कारणवश शामिल नहीं हो पाए। झारखंड की तरफ से स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता शामिल हुए लेकिन उनको भी बोलने का मौका नहीं मिला। इस पर स्वास्थ्य मंत्री ने नाराजगी जताई।
नहीं मिला बोलने का मौका
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में झारखंड को मौका नहीं दिए जाने पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि यदि मौका मिलता तो पीएम के समक्ष झारखंड की ओर से कई बातों को रखता। उन्होंने कहा कि फ्री बूस्टर डोज की मांग और 06 से 12 वर्ष के बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीनेशन शुरू करने की मांग रखी जाती। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में स्वास्थ्य के बजाय पेट्रोल डीजल के दाम में हो रही वृद्धि पर चर्चा की गई। यह भी गलत है। उन्होंने कहा कि इतनी महत्वपूर्ण बैठक में राजनीतिक चर्चा होती रही। केंद्र द्वारा सब्सिडी दिए जाने की बात कहते हुए पीएम ने झारखंड सहित कुछ राज्यों द्वारा सब्सिडी नहीं देने पर नाराजगी जताई।
नहीं हुई स्वास्थ्य पर चर्चा
बन्ना गुप्ता ने कहा कि स्वास्थ्य मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि झारखंड में वर्तमान समय में मात्र 22 कोरोना पॉजिटिव केस हैं और राज्य सरकार चौथी लहर से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में मेरे द्वारा विभागीय अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं और राज्य सरकार देश के अन्य राज्यों में बढ़ रहे कोरोना पीड़ितों के केस पर नजर रख रही है।