द फॉलोअप डेस्क
रांची शहर में नियमित रूप से घटित अपराधिक घटनाओं पर नियंत्रण नहीं होने पर चिंता जताते हुए झारखंड चैंबर ऑफ कॉमर्स ने इस मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से हस्तक्षेप की अपील की। 3 दिन पूर्व पंडरा ओपी अंतर्गत ओटीसी ग्रांउड के समीप अपराधियों द्वारा की गई छिनतई और गोलीकांड की घटना का उद्भेदन अब तक नहीं होने पर चिंता व्यक्त करते हुए 2 जनवरी को चैंबर भवन में पदाधिकारियों की एक बैठक हुई। हाल के दिनों में व्यापारिक समाज के साथ घटित होनेवाली घटनाओं को दुखद बताते हुए इसपर त्वरित कारवाई की मांग की गई। इस बात पर भी आपत्ति जताई गई कि क्या कारण है कि पुलिस प्रशासन की सक्रियता के बावजूद अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है।
विमर्श के दौरान यह कहा गया कि हर एक नियमित अंतराल पर होनेवाली घटनाओं से व्यापारी समाज चिंतित है। आर्थिक गतिविधियों के संचालन में व्यापारियों को होनेवाली कठिनाई को देखते हुए चैंबर महासचिव आदित्य मल्होत्रा ने कहा कि व्यापारी और उद्यमी समाज के प्रयासों का ही परिणाम है कि सरकार का जीएसटी संग्रह लगातार बढ़ता जा रहा है। बावजूद इसके सरकार के स्तर से लॉ एंड ऑर्डर पर ठोस कार्रवाई नहीं होना, चिंतनीय है। किसी भी राज्य की राजधानी उसके विकास का आइना होती है, यदि राजधानी ही सुरक्षित नहीं है, तब राज्य के अन्य जिलों का क्या होगा। राज्य की विधि व्यवस्था को सुदृढ बनाने के लिए जिला पुलिस प्रशासन को नये सिरे से समीक्षा करने की जरूरत है।
बैठक के दौरान यह भी कहा गया कि जिला पुलिस प्रशासन द्वारा क्षेत्रवार पीसीआर वैन और मोबाइल टाइगर के संपर्क नंबर को एक्टिव मोड में लाने की जरूरत है। थाना स्तर पर पुलिस-व्यवसायी समन्वय समिति की बैठकों का आयोजन भी आवश्यक है। चैंबर भवन में संपन्न हुई बैठक में चैंबर के सह सचिव नवजोत अलंग, कोषाध्यक्ष रोहित अग्रवाल, कार्यकारिणी सदस्य शैलेष अग्रवाल, अमित शर्मा, उप समिति चेयरमेन प्रमोद सारस्वत, मनोज मिश्रा उपस्थित थे। उक्त जानकारी प्रवक्ता सुनिल सरावगी ने दी।