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रिम्स के 7 डॉक्टरों पर दवा दुकान संचालक ने किया जानलेवा हमला, 2 गंभीर; मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट की मांग

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द फॉलोअप डेस्क
झारखंड की राजधानी रांची में स्थित राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स के 7 डाक्टरों पर जानलेवा हमला किया गया है। यह हमला दवा दुकान संचालक ने अपने साथियों के साथ मिलकर किया, जिसके खिलाफ सदर थाना में केस दर्ज हुआ है। वहीं, इस मामले में पुलिस ने कहा कि घटना की जांच शुरु कर दी गई है। इस मामले में दवा दुकान संचालक ने डा. तनय को धक्का दिया, जिससे उनकी सिर पर गंभीर चोट आयी है। इस कारण उनकी सर्जरी करनी पड़ेगी, जिसमें लगभग ढाई लाख रूपये खर्च होंगे। वहीं, इस घटना में आरोप लगाया गया है कि दवा दुकान संचालक के दोस्तों ने उन पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की है। घटना के बाद जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से राज्य में केंद्रीय मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लगाने की मांग की है।एक्सपायरी दवा वापस करने को लेकर हुआ विवाद
घटना में घायल डॉक्टर तनय ने पुलिस को बताया कि वह बेकलोफेन दवा लेने के लिए डॉक्टर अनुपम शानू पटेल के साथ मेडिकल हाल गया था। जहां उन्होंने दवा लेने के बाद पेमेंट भी किया, लेकिन खरीदी गयी दवा एक्सपायरी थी। इस कारण उन्होंने दुकान में मौजूद कर्मचारियों से दवा वापस लेने को कहा। मगर उन्होंने दवा वापस लेने से इंकार कर दिया और गाली गलौज शुरु करने लगे। इसी बीच कर्मचारियों ने फोन कर दवा दुकान के मालिक साकेत को बुला लिया। इस पर साकेत तुरंत मौके पर पहुंचा और उसने दोनों डॉक्टरों के साथ मारपीट शुरु कर दी। इस मामले में डॉक्टर तनय ने बताया कि डॉक्टर अनुपम शानू शारीरिक रुप से दिव्यांग है, उन्हें बदमाशों ने धक्का देकर रोड पर गिरा दिया। इससे अनुपम के कंधे और हाथ पर गहरी चोट लग गई। वहीं, इस दौरान आरोपियों ने सोने का चेन, 10 हजार रुपये और एक्सपायरी दवा भी छीन लिया। इसके बाद साकेत ने डाक्टर तनय के साथ मारपीट की और उनका गला घोंटकर जान लेने की कोशिश की। इस मामले में आरोपी दुकानदार साकेत ने फोन कर अन्य लोगों को मौके पर बुलाया। इसपर कार से अंजनी कुमार, संजीव, मनोज, दीपक, अभय, विनोद, गोलू सहित कई लोग पहुंचे। साकेत ने अपने दोस्तों से कहा कि दोनों डाक्टरों पर गाड़ी चढ़ा दो।डॉक्टर के सिर की हड्डी टूटी, न्यूरोसर्जरी विभाग में है भर्ती
इस मामले में बताया गया कि घटना की जानकारी मिलने पर रिम्स तालाब के पास चाय पी रहे डॉक्टर अश्विनी कुमार, रणजीत, सोनू देव, विशाल, आशीष घटनास्थल पर पहुंचे। तो आरोपियों ने उनके साथ भी मारपीट की। इस दौरान अनुसूचित जाति से आने वाले डॉक्टर अश्विनी कुमार को उन्होंने सार्वजनिक रुप से बेईज्जत किया और जातिसूचक गाली दी। इस दौरान मारपीट में डॉक्टर तनय के सिर की हड्डी टूट गयी, जिसके ऑपरेशन में ढाई लाख रुपये का खर्च बताया जा रहा है। फिलहाल, घायल डॉ तनय न्यूरोसर्जरी विभाग में भर्ती है। 

उक्त मामले में आरोपियों ने डाक्टर रंजीत का मोबाईल फोन छीन लिया। साथ ही सोनू और विशाल पर भी पत्थर से हमला किया गया। जिससे सोनू के आंख के पास गहरी चोट लग गयी और डॉक्टर विशाल का हाथ टूट गया है। इस दौरान आरोपियों ने डॉक्टरों पर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास भी किया। डाक्टरों का आरोप है कि पटेल मेडिकल हाल में नकली और एक्सपायरी दवा बेचने का कारोबार होता है। वहीं, इस मामले में पुलिस ने कहा कि CCTV फुटेज खंगाली जा रही है, ताकि अन्य आरोपितों की भी पहचान हो सके।जूनियर डाक्टरों ने की केंद्रीय मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट की मांग 
इस घटना के बाद रिम्स के जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखा और राज्य में केंद्रीय मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लगाने की मांग की। वहीं, एसोसिएशन ने पत्र के माध्यम से बताया कि धनबाद मेडिकल कॉलेज में भी हाल में ही एक डॉक्टर के साथ बेरहमी के साथ मारपीट की गई। इसका कारण था कि लास्ट स्टेज के कैंसर मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गयी थी। इस कारण अब बदलाव की जरूरत है ताकि डाक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। हाल में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिसमें ड्यूटी के वक्त डाक्टरों के साथ मारपीट की घटना हो चुकी हैं। 

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