द फॉलोअप डेस्क
रांची यूनिवर्सिटी से आए दिन गड़बड़ी की खबरें आती रहती हैं। लेकिन, इस दफा जो गड़बड़ी सामने आई है, वह थोड़ा गंभीर मामला है। दरअसल, रांची यूनिवर्सिटी बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। मामला यह है कि बुधवार को MSc अंतिम सेमेस्टर की फाइनल परीक्षा के तहत एमएससी रसायन शास्त्र के इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री पेपर की परीक्षा होनी थी। बच्चे परीक्षा देने अपने तय केंद्र पर पहुंच गए थे। आधे घंटे इंतजार करने के बाद बच्चों से कहा गया कि प्रश्न पत्र छपकर नहीं आया है। इसके बाद छात्रों ने जमकर हंगामा किया।
बिना परीक्षा दिए ही लौटे छात्र
मिली जानकारी के MSc अंतिम सेमेस्टर के रसायन शास्त्र की परीक्षा दूसरी पाली में दोपहर के एक बजे से 4 बजे प्रस्तावित थी। यूनिवर्सिटी की तरफ से परीक्षा के लिए अगल अलग सेंटर बनाए गए थे। रांची वीमेंस कॉलेज के साइंस ब्लॉक, डोरंडा कॉलेज व अन्य सेंटरों पर छात्र समय पर पहुंच गए। साथ ही सेंटर पर परीक्षा ड्यूटी में लगाए गए विवि के शिक्षक-शिक्षकाएं भी समय पर पहुंच गए। जिसके बाद छात्रों का अटेंडेंस लिया गया। इसके बाद छात्र इंतजार में बैठ गए प्रश्न पत्र के आने का, लेकिन जब आधे घंटे तक प्रश्न पत्र नहीं आया तब छात्रों ने हंगामा किया। जिसके बाद विवि के परीक्षा विभाग से संपर्क किया गया तब पचा चला कि प्रश्नपत्र छप कर ही नहीं आया है। जिसके बाद छात्रों को ये कहकर लौटकर दिया गया कि परीक्षा संभवतह 14 जून को लिया जाएगा। ऐसे में छात्रों को बिना परीक्षा दिए ही लौटा दिया गया।
कॉमर्स के पेपर में एमसीक्यू दुहराया गया
बता दें कि इससे पहले भी 10 जून को कॉमर्स के पेपर में मल्टीपल च्वॉइस क्वेश्चन (एमसीक्यू), दुहराया गया था। बार बार ऐसी लापरवाही सामने आने से छात्र परेशान हैं। इससे पहले भी कई छात्रों को एक पेपर में फेल करने का मामला सामने आया था। इस तरह की गड़बड़ी पर रांची विवि को ये सुनिश्चिक करना चाहिए कि जल्द से जल्द इस तरह की गड़बड़ी पर रोक लगाया जाए।