रांची
लोकसभा चुनाव के लिए झारखंड के 14 आईपीएस अफसरों को ऑब्जर्वर बनाया गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने दिल्ली में हुई बैठक में इन नामों की घोषणा की। बैठक में 2,150 से अधिक ऑब्जर्वर यानी चुनावी पर्यवेक्षक शामिल हुए। बैठक दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित की गयी। बैठक चुनाव आयुक्त ने नियुक्त ऑब्जर्वर्स को बताया कि विवाद रहित और स्वच्छ चुनाव कराना उनकी पहली प्राथमिकता होनी चाहिये। इसमें कोताही बरतने या दोषी पाये जाने पर अफसरों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।
क्या काम करेंगे ऑब्जर्वर
आईपीएस अफसरों के नामों की घोषणा के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि निर्वाचन आयोग इस लोकसभा चुनाव को पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ संपन्न कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि चुनावी ऑब्जर्वर की भूमिका काला धन, नशीले पदार्थ, कीमती धातुओं या फिर नकदी की आवाजाही और वितरण को रोकने में होगी। मिली जानकारी के अनुसार हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में भी ऑब्जर्वर तैनात किये जायेंगे। सभी ऑब्जर्वर अपने लोकसभा या विधानसभा क्षेत्र की सीमा में अपनी जिम्मेदारी निभायेंगे। चुनाव आयुक्त ने कहा कि सभी ऑब्जर्वर हर समय अपने फोन, ईमेल और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शिकायतों को सुनने के लिए उपलब्ध रहेंगे।
राज्य के इन 14 IPS को बनाया गया पर्यवेक्षक
टी कांडासामी, ए विजया लक्ष्मी, शैलेन्द्र कुमार सिन्हा, सुरेन्द्र कुमार झा, कार्तिक एस, संध्या रानी मेहता, अनुरंजन किस्पोट्टा, अंबर लकड़ा, अंजनी कुमार झा, आनंद प्रकाश, अश्विनी सिन्हा, शैलेन्द्र प्रसाद वर्णवाल, चंदन झा और मो. अर्शी।
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