द फॉलोअप डेस्क
झारखंड की सियासत में गहमा-गहमी का माहौल है। सीएम हेमंत सोरेन तकरीबन 30 घंटे से लापता होने की अटकलों के बीच मंगलवार को दोपहर तकरीबन 1 बजे रांची पहुंचे। जिसके बाद उन्होंने सत्ताधारी दल के विधायकों के साथ बैठक की। वहीं एक बार फिर से सत्ताधारी दल के विधायकों की बैठक होनी है। शाम 7 बजे सीएम आवास में यह बैठक होगी। बैठक की अध्यक्षता खुद सीएम करेंगे। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक यहां भविष्य की रणनीति पर चर्चा होगी। इस बात पर भी चर्चा हो सकती है कि यदि 31 जनवरी को पूछताछ के बाद मुख्यमंत्री को हिरासत में लिया जाता है तो सीएम का नया चेहरा कौन होगा। इस बैठक में विधायकों से एकजुटता प्रदर्शित करने को भी कहा जायेगा। सियासी हलचल तेज है। एक ओर जहां सत्ताधारी दल की बैठक जारी है वहीं बीजेपी के वरीय नेता भी लगातार स्थित पर नजर बनाये हुए हैं।
सत्ताधारी दल की बैठक में शामिल हुई कल्पना सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कांके स्थित सत्ताधारी दल के विधायकों की मीटिंग की अध्यक्षता की। इस बीच वहां करल्पना सोरेन की मौजूदगी से सियासी गलियारों में तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गई है। दरअसल, सत्ताधारी दल के विधायकों की मीटिंग में परिवार के किसी ऐसे सदस्य की मौजूदगी जो किसी पद पर नहीं हो, चर्चा की वजह बन रही है। कहा जा रहा है कि यदि मुख्यमंत्री को 31 जनवरी की पूछताछ के बाद हिरासत में लिया जाता है या निर्वाचन आयोग के लिफाफे के आधार पर उनकी सदस्यता रद्द की जाती है तो कल्पना सोरेन झारखंड में सीएम पद का अगला चेहरा होंगी।
सुबह से ही सर्किट हाउस के बाहर हलचल तेज थी
गौरतलब है कि मंगलवार सुबह से ही रांची के सर्किट हाउस के बाहर हलचल तेज हो गई थी। करीब 10 बजे से ही विधायकों के वहां पहुंचने के दौर शुरू था। सत्ताधारी दल के सभी विधायक सर्किट हाउस पहुंचे जहां सभी ने मंत्रणा की। इसके बाद विधायक वहां से निकले और सीधा सीएम आवास पहुंचे। जहां सीएम के साथ उनकी बैठक हुई। इस बैठक के सत्तापक्ष के सभी विधायक नजर आए। मीटिंग में चंपाई सोरोन, सत्यानंद भोक्कता, बन्ना गुप्ता, बादल पत्रलेख, हफीजुल हसन अंसारी, जोबा माझी, सीता सोरेन, कल्पना सोरेन, दीपिका पांडेय सिंह, पूर्णिमा नीरज सिंह, बसंत सोरेन और प्रदीप यादव सहित सत्तापक्ष के तमाम विधायक नजर आ रहे हैं। विधायकों को बैग एंड बैगेज के साथ सुबह ही सर्किट हाउस बुलाया गया था।