logo

Chaibasa : चाईबासा: जयंती पर याद किए गए ‘हो’ भाषा लिपि के जनक लाको बोदरा

HO1.jpg

द फॉलोअप डेस्क 


महासभा कला एवं संस्कृति भवन हरिगुटू में "हो" भाषा वारंग क्षिति लिपि के जनक ओत् गुरु कोल लाको बोदरा की जयंती मनाई गई। जयंती कार्यक्रम में आदिवासी "हो" समाज महासभा, आदिवासी "हो" समाज युवा महासभा, आदिवासी "हो" समाज महिला महासभा एवं आदिवासी "हो" समाज सेवानिवृत संगठन के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। "हो" भाषा के लेखक सह भाषाविद् कोल लाको बोदरा के तस्वीर पर पुष्प अर्पित किया गया और उनकी जीवनी एवं योगदान को भाव-भक्ति के साथ याद कर उन्हें नमन किया गया।
महासभा में स्थित आदिवासी "हो" समाज महासभा के संस्थापक अध्यक्ष स्व सागु सामड की  प्रतिमा पर भी माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया। इस बीच आदिवासी "हो" समाज युवा महासभा के टीम ने जानकारी दी कि "हो" भाषा को भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कराने की मांग पहले से होती रही है। इस आंदोलन से जुड़े चक्रधरपुर के अनिल केराई, सरायकेला-खरसावां के सीताराम तियु और आदिवासी "हो" समाज युवा महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष सुरेंद्र पुरती की माताजी पट्टाजैंत-सेलायसाई के नन्दी पुरती को हमलोगों ने एक ही अंतराल में खो दिया है। महासभा भवन में तीनों के लिए 2 मिनट का शोक सभा रखा गया और उनकी आत्मा की शांति के लिए मौन रखा।
इसके बाद प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के बीच "हो" भाषा वारंग क्षिति की प्रतियोगिता रखी गई। इसमें प्रथम स्थान सोनामुनी लागुरी, द्वितीय स्थान चोटी सवैंया और तृतीय स्थान सुमित्रा माई बारी को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर महासभा उपाध्यक्ष बामिया बारी, युवा महासभा अध्यक्ष इपिल सामड, महासचिव गब्बरसिंह हेम्ब्रम, संगठन सचिव गोपी लागुरी, संयुक्त सचिव रवि बिरूली, धर्म सचिव सोमा जेराई, महिला महासभा के अध्यक्ष अंजु सामड, उपाध्यक्ष नागेश्वरी बिरूवा, सचिव विमला हेम्ब्रम, युवा महासभा जिलाध्यक्ष शेरसिंह बिरूवा, प्रदेश कोषाध्यक्ष शंकर सिदू, बबलु बिरूवा, जिला सचिव ओएबन हेम्ब्रम, अयन सुंडी, सोना सेलेम हासदा, सतेंद्र लागुरी, हेलेन देवगम, पुष्पा हेम्ब्रम, संतोष कुंकल और सुरेश पिंगुवा आदि मौजूद थे।

Tags - JHARKAHND HOLANGUAGE CHAIBASA RANCHI JHARKAHNDNEWS